Edited By ,Updated: 19 Feb, 2017 05:26 PM
कपूरथला शहर सहित आसपास के देहाती क्षेत्रों में सरेआम जाली डिग्रियों का फर्जीवाड़ा चल रहा है। देश की कई गुमनाम ...
कपूरथला : कपूरथला शहर सहित आसपास के देहाती क्षेत्रों में सरेआम जाली डिग्रियों का फर्जीवाड़ा चल रहा है। देश की कई गुमनाम व हजारों किलोमीटर दूर क्षेत्रों में पड़ती अनजान युनिवर्सिटियों का हवाला देकर जहां भोले-भाले लोगों को बी.ए., एम.ए. व एम.कॉम. जैसी डिग्रियां दी जा रही हैं, वहीं इस पूरे मामले में सबसे हैरानीजनक बात तो यह है कि यह डिग्रियां देखने को तो असली लगती हैं लेकिन हकीकत में ये पूरी तरह फर्जी होती हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में कई जिलों से पुलिस अपराधियों से कई बार फर्जी डिग्रियों का बड़ा जखीरा बरामद करके कई बड़े गैंग को काबू कर चुकी है। इनमें अधिकतर युनिवर्सिटियों का जहां देश में कोई नामो-निशान ही नहीं है, वहीं कई युनिवर्सिटियों के नाम पर फर्जी तौर पर डिग्रियां कम्प्यूटर में से निकालकर उसके बदले मोटी रकम वसूली जा रही है लेकिन अब यही करतूत कपूरथला शहर व शहर के निकटवर्ती देहाती क्षेत्रों में सरगर्म कई शातिर गैंग के मैंबर सरेआम अंजाम दे रहे हैं। बताया जाता है कि यह विभिन्न गैंग के मैंबर 10वीं पास नौजवानों को जहां बी.ए., बी.कॉम. व बी.एससी. जैसी डिग्रियां देने का झांसा देते हैं, वहीं 12वीं पास नौजवानों को एम.ए. व एम.एससी. जैसी डिग्रियां फर्जी तरीके से कम्प्यूटर में से निकालकर मोटी वसूली कर रहे हैं जो कहीं न कहीं देश के शिक्षा जगत पर एक बड़ी चोट बनकर उभर रहा है।
जाली डिग्री की मदद से कई लोग कर रहे नौकरी
सूत्र बताते हैं कि इन फर्जी डिग्री बेचने वाले गैंग के अधिकतर ग्राहक पुलिस, फौज व अध्यापक सहित अन्य सरकारी विभागों में नौकरी लेने के इच्छुक नौजवान होते हैं व कुछ नौजवान विदेशों में पढ़ाई करने के सपने को साकार करने के मकसद से मोटी रकम देकर ये फर्जी डिग्रियां खरीदते हैं। वहीं इस पूरे मामले में यह भी बात सामने आई है कि कई विभागों में कुछ व्यक्ति तो फर्जी डिग्रियों के सहारे नौकरियां भी कर रहे हैं। अब देखना यह है कि कब पुलिस तंत्र इस फर्जी गैंग का पर्दाफाश करता है।