Edited By pooja,Updated: 20 Jul, 2018 12:47 PM
म्यूजिक सूनना किसे पंसद नहीं। आपको दिन भर की थकावट से तुरंत रिलेक्स कर देता है। इन दिनों म्यूजिक की मार्केट में डिमांड लगातार बनी हुई है।
आज के दौर में लीक
नई दिल्ली: म्यूजिक सूनना किसे पंसद नहीं। आपको दिन भर की थकावट से तुरंत रिलेक्स कर देता है। इन दिनों म्यूजिक की मार्केट में डिमांड लगातार बनी हुई है।
आज के दौर में लीक से हटकर म्यूजिक सुनना बेहद पसंद है। जिस वजह से आज साउंड इंजीनियरिंग क्षेत्र में रोजगार के भी कई सुनहरे मौके उपलब्ध हैं।
साउंड इंजीनियरिंग
सिनेमैटॉग्रफर और कैमरामैन की तरह साउंड इंजिनियरों को भी डायरेक्टर की कल्पना को इलेक्ट्रॉनिक व मकैनिकल उपकरणों की मदद से असल रूप देने में महारत हासिल होती है। इसी कारण से म्यूजिक, मूवी और थिअटर की रिकॉर्डिंग, मिक्सिंग, एडिटिंग और प्रॉडक्शन (प्री व पोस्ट दोनों) से जुड़ी जानकारियां अब इस क्षेत्र से जुड़े संस्थानों में भी पढ़ाई जाने लगी हैं। जिस तरह की फिल्में आजकल बनाई जा रही हैं, उसमें साउंड की एक अहम भूमिका रहती है। दरअसल फिल्म रिलीज के पहले से ही उसका बैकग्राउंड साउंड व म्यूजिक ऑनलाइन, टीवी, रेडियो और बड़े परदे पर अलग-अलग तरह से लोगों को लुभाता है।और इस तरह से फिल्म का म्यूजिक हिट होने से फिल्म को भी बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार एंट्री मिल जाती है।