Edited By Riya bawa,Updated: 10 Jan, 2020 01:17 PM
कहते हैं कि अगर कुछ करने की ठान लो तो कोई भी बाधा आपका रास्ता नहीं रोक सकती है...
नई दिल्ली: कहते हैं कि अगर कुछ करने की ठान लो तो कोई भी बाधा आपका रास्ता नहीं रोक सकती है। ठान कर किसी काम में जुटा जाए तो सफलता हर हाल में मिलती है। यह बखूबी साबित किया है गोरखपुर की बेटी सामिया नसीम ने। सामिया ने अमेरिका में जज बनकर कामयाबी की नई इबारत लिखी है।
अमेरिका के अटॉर्नी जनरल विलियम बर ने शिकागो के लिए सामिया नसीम को जज के पद पर नियुक्त किया है। उन्होंने शिकागो में न्याय विभाग के मुख्य भवन में 20 दिसंबर 2019 को विशेष समारोह में शपथ लिया। सामिया के जज बनने पर गीताप्रेस मोहल्ले में हर्ष का माहौल है।
परिवारिक जीवन
परिवार की बात करें तो सामिया नसीम के पिता खालिद मूलत: गोरखपुर के गीता प्रेस रोड के निवासी हैं। वे अमेरिका में पेशे से वकील हैं और सामिया की मां होमायरा नसीम प्लास्टिक इंजीनियर हैं। खालिद 1978 में स्नातक की पढ़ाई करने अमेरिका चले गए थे और वहीं बस गए। वे 1991 से ही मैसाचुसेट्स के बॉयलस्टोन में रहते हैं।
पढ़ने में शुरू से थी होशियार
सामिया नसीम पढ़ने में शुरू से ही मेधावी थीं। जज बनने से पूर्व वह अमेरिका में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। उन्होंने 2001 में वाशिंगटन के सिमंस कॉलेज से कला स्नातक तथा जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल से 2004 में ज्यूरिस डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की।
साल 2002 में यूनाइटेड किंगडम में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और शरणार्थी कानून का भी अध्ययन किया। कामयाबी के इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए गोरखपुर की बेटी सामिया नसीम ने अमेरिका में जज बनकर गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूरे भारत का गौरव बढ़ाया है।