Edited By pooja,Updated: 06 Dec, 2018 08:47 AM
साइबर अपराध की निरंतर बढती घटनाओं और बड़ी संख्या में युवाओं के इसकी चपेट में आने के मद्देनजर केन्द्रीय गृह मंत्रालय सभी स्कूली बच्चों को साइबर अपराधियों के चंगुल से बचाने के लिए पाठ पढाएगी।
नई दिल्ली: साइबर अपराध की बढती घटनाओं और बड़ी संख्या में युवाओं के इसकी चपेट में आने के मद्देनजर केन्द्रीय गृह मंत्रालय सभी स्कूली बच्चों को साइबर अपराधियों के चंगुल से बचाने के लिए पाठ पढाएगी।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने युवाओं विशेष रूप से स्कूली बच्चों को साइबर सुरक्षा की जानकारी देने और साइबर अपराधियों को धत्ता बताने के लिए एक पुस्तिका तैयार की है। पिछले सप्ताह जारी की गयी इस पुस्तिका में बच्चों को साइबर धमकी, सोशल साइटों पर बहलाने फुसलाने, ऑनलाइन गेमिंग, ई मेल धोखाधडी, ऑनलाइन लेन-देन धोखाधड़ी, सोशल नेटवर्क प्रोफाइल के साथ छेड़छाड़ से सुरक्षा के उपाय और जानकारी आकर्षक और सरल तरीके से दी गयी है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने इस पुस्तिका को सभी स्कूली छात्रों तक पहुंचाने के लिए मानव संसाधन मंत्रालय से संपर्क किया है। मंत्रालय के माध्यम से इस पुस्तिका को सभी स्कूलों के छात्रों को दिया जायेगा।
इसके अलावा रेल मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय तथा अन्य मंत्रालयों से भी संपर्क किया गया है जिससे कि इनके द्वारा संचालित स्कूलों में भी यह पुस्तिका पहुंचायी जाये। गृह मंत्रालय ने साइबर अपराधों की शिकायत दर्ज कराने के लिए एक वेबसाइट साइबरक्राइमडाटगोवडाइन भी शुरू की है। लगभग दो महीने पहले शुरू हुई इस वेबसाइट पर अब तक 1400 शिकायत दर्ज की गयी हैं जिनमें से 19 मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की गयी है।
अधिकारी ने कहा कि इंटरनेट , कंप्यूटर, स्मार्ट फोन और संचार प्रौद्योगिकी के अन्य माध्यम आधुनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गये हैं और स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति तक हर कोई ज्यादातर समय इनका इस्तेमाल करता है। इससे साइबर अपराधों की संया भी निरंतर बढ रही है। ‘इंडियन कंप्यूटर इमरजेन्सी रेस्पॉन्स टीम ’ की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017 में देश में 53 हजार साइबर अपराध घटनाएं हुई।