Edited By pooja,Updated: 29 Dec, 2018 01:29 PM
दिल्ली सरकार नए सत्र से अपने स्कूलों में उद्यमिता पाठ्यक्रम लागू करेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सिसोदिया ने शिक्षा विभाग को निर्देश
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार नए सत्र से अपने स्कूलों में उद्यमिता पाठ्यक्रम लागू करेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सिसोदिया ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है कि अगले साल अप्रैल से उद्यमिता पाठ्यक्रम का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाए। कहा गया है कि गर्मी की छुट्टियों के दौरान इससे संबंधित बेसिक ट्रेनिंग आयोजित की जाए और इसके बाद जुलाई 2019 के पहले सप्ताह से सभी स्कूलों में इसे लागू कर दिया जाए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि हमारे देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। देखते हैं कि जब कोई नौकरी निकलती है चाहे वो ग्रेड 4 की ही क्यों न हो तो उसमें एमबीए, इंजीनियरिंग व पीएचडी तक के स्टूडेंट्स आवेदन करते हैं। स्कूलों व कॉलेजों में हमारी अगली पीढ़ी को ऐसी शिक्षा दी जा रही है जिसका मकसद है कि उन्हें नौकरी मिल जाए। सवाल यह है कि आज नौकरी देने वाले कहां हैं। कुछ स्कूलों व कालेजों में उद्यमिता के प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं,लेकिन उनका मकसद कुछ स्किल देना है। उनका मकसद बच्चों में उद्यमिता वाला माइंडसेट विकसित करना नहीं है। इसीलिए तमाम कार्यक्रमों के बावजूद उद्यमी माइंडसेट वाले लोग समाज में नहीं रहे हैं जो लोगों को नौकरियां देने वाले बन सकें।
बनेगा वर्किंग ग्रुप
उपमुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार एससीईआरटी के डायरेक्टर को एक वर्किंग ग्रुप का गठन करना है। इसमें एससीईआरटी व डीआईईटी के फैकल्टीज, शिक्षा विभाग के प्रिंसिपल, टीचर्स और बाहर से विशेषज्ञों को शामिल करना है।