ग्राफिक डिजाइनिंग: कला और तकनीक का हुनर, घर बैठे बनेगा कमाई का साधन

Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Nov, 2017 12:52 PM

graphic designing the art and techniques skill

ग्राफिक डिजाइनिंग टाइपोग्राफी, फोटोग्राफी और इलस्ट्रेशन का इस्तेमाल करते हुए विजुअल कम्युनिकेशन और कम्युनिकेशन डिजाइन की मिली-जुली प्रक्रिया है। ग्राफिक डिजाइनर विचारों और संदेशों को कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर या हाथ से संकेतों, चित्रों और शब्दों के सहारे...

ग्राफिक डिजाइनिंग टाइपोग्राफी, फोटोग्राफी और इलस्ट्रेशन का इस्तेमाल करते हुए विजुअल कम्युनिकेशन और कम्युनिकेशन डिजाइन की मिली-जुली प्रक्रिया है। ग्राफिक डिजाइनर विचारों और संदेशों को कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर या हाथ से संकेतों, चित्रों और शब्दों के सहारे दिखाता है।  आमतौर पर ग्राफिक डिजाइन का उपयोग कॉर्पोरेट डिजाइन (लोगो और ब्रांडिंग) सम्पादकीय डिजाइन (पत्रिकाएं, अखबार और पुस्तकें) पर्यावरणीय डिजाइन, विज्ञापन, ब्रोशर्स, कॉर्पोरेट रिपोर्ट, वैब डिजाइन, कम्युनिकेशन डिजाइन, उत्पादों की पैकेजिंग और साइनिज में किया जाता है। ग्राफिक डिजाइन उत्पादों की मार्कीटिंग और उन्हें बेचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


सॉफ्टवेयर का ज्ञान जरूरी
ग्राफिक डिजाइनर्स को नए सॉफ्टवेयर्स और कम्प्यूटर तकनीक की ताजा जानकारी होनी चाहिए जिससे वे प्रतिस्पर्धा में बने रहें। दि एडोब क्रिएटिव सूइट डिजाइनर्स में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। आपको कम से कम इन तीनों में महारत हासिल होनी चाहिए फोटोशॉप, इनडिजाइन और इलस्ट्रेटर, क्योंकि हर डिजाइनर को पता है कि इलस्ट्रेटर का उपयोग लोगो डिजाइनिंग और वैक्टर ग्राफिक्स के लिए, फोटोशॉप का इमेज एडिटिंग और वैब डिजाइन के लिए तथा इनडिजाइन का प्रिंट के लिए किया जाता है।


शैक्षणिक योग्यता
जहां तक शैक्षणिक योग्यता का सवाल है, इसमें नौकरी पाने के लिए आमतौर पर ग्राफिक डिजाइन या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की जरूरत होती है। हालांकि, किसी भी क्षेत्र में स्नातक छात्र ग्राफिक डिजाइन में तकनीकी प्रशिक्षण हासिल कर करियर बना सकते हैं। ग्राफिक डिजाइनिंग कला और तकनीक का मिला-जुला रूप है, इसलिए कुछ संस्थानों से कला में डिग्री-डिप्लोमा हासिल कर चुके छात्र इसका केवल छह महीने का कोर्स कर अच्छा पैसा और नाम कमा रहे हैं। वैसे 12वीं के बाद भी इस कोर्स को किया जा सकता है। उद्योग की वर्तमान जरूरतों पर आधारित प्रोजैक्ट्स के माध्यम से ग्राफिक डिजाइनिंग पढ़ाया जाता है। 


अच्छा संस्थान वही है जहां इसे ऐसे सीखते हैं, जैसे सॉफ्टवेयर के माध्यम से कोई पेशेवर इस काम को करता है। इसमें एडोब फोटोशॉप, एडोब इनडिजाइन, एडोब इलस्ट्रेटर और कोरल ड्रॉ का इस्तेमाल करते हुए छात्रों को ब्रांड आइडैंटिटी, पोस्टर, फ्लायर, ब्रोशर, न्यूजलैटर, मैगजीन लेआऊट, एडवर्टोरियल, प्रैस एड, वैब बैनर, वैब पेज, इमेज एडिटिंग आदि सिखाया जाता है।

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