Edited By bharti,Updated: 07 Jun, 2019 06:31 PM
गुजरात सरकार ने स्व-वित्तपोषित स्कूलों के विरोध के बाद राजकीय और संबद्ध स्कूलों तथा कॉलेजों के ...
अहमदाबाद : गुजरात सरकार ने स्व-वित्तपोषित स्कूलों के विरोध के बाद राजकीय और संबद्ध स्कूलों तथा कॉलेजों के लिए घोषित आठ दिवसीय नवरात्रि अवकाश को रद्द कर दिया। भाजपा सरकार ने पहली बार पिछले साल नवरात्रि पर छुट्टियों की घोषणा की थी। इस साल भी राज्य सरकार ने 30 सितंबर से सात अक्टूबर के बीच आठ दिनों की छुट्टी की घोषणा की थी। कई स्कूलों के प्रबंधन ने छुट्टियों का विरोध किया था। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने कैबिनेट बैठक में गुजरात बोर्ड के स्कूलों और कॉलेजों के लिए पहले घोषित छुट्टियों को रद्द करने का फैसला किया।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चूड़ासामा ने गांधीनगर में कहा कि व्यापक विचार-विमर्श के बाद और विभिन्न तबकों से मिले ज्ञापनों के मद्देनजर नवरात्रि की छुट्टियां नहीं देने का फैसला किया गया। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने बैठक की अध्यक्षता की। कई निजी स्कूलों ने यह कहते हुए आशंका जतायी थी कि इस कदम से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी, खासकर दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के छात्रों के लिए। यह छुट्टी सीबीएसई, आईसीएसई या अन्य बोर्ड से संबद्ध स्कूलों पर लागू नहीं थी। गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से संबद्ध कई स्व-वित्तपोषित स्कूलों ने भी राज्य सरकार के आदेश की अवहेलना की थी और पिछले साल अपने अकादमिक कैलेंडर का पालन किया था। गुजरात में स्व-वित्तपोषित स्कूलों के महासंघ के अध्यक्ष दीपक राजगुरु ने मंत्रिमंडल के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह की छुट्टी की जरूरत नहीं थी।