Edited By bharti,Updated: 06 Mar, 2019 04:54 PM
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सात मार्च से होने वाली बारहवीं और आठ मार्च से होने वाली दसवीं कक्षा...
भिवानी: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सात मार्च से होने वाली बारहवीं और आठ मार्च से होने वाली दसवीं कक्षा की सालाना परीक्षाओं के लिये तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परीक्षाओं के नकल रहित संचालन के लिए बोर्ड ने पुख्ता प्रबंध किये जाने का दावा किया है। बोर्ड अध्यक्ष डॉ.जगबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सात मार्च से बारहवीं व आठ मार्च से दसवीं की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। दोनों ही कक्षाओं की परीक्षाएं एक ही साथ एक ही सत्र में दोपहर साढ़े बारह बजे से साढ़े तीन बजे तक आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में कुल 765549 परीक्षार्थी कुल 1738 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा देंगे। खास बात ये है कि पचास केन्द्रों पर परीक्षा सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में आयोजित की जाएगी। वहीं सूबे में 182 परीक्षा केन्द्र संवेदनशील व अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। इन केन्द्रों में अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई हैं। बोर्ड मुख्यालय पर कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है जहां से पूरे प्रदेश की निगरानी की जाएगी। सिंह ने बताया कि परीक्षाओं के लिए तैयारियाँ पूरी की गई हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे परीक्षाओं की गरिमा को बनाए रखें व तनाव को छोड़कर अच्छे तरीके से परीक्षा दें।
सिंह ने कहा कि परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए शिक्षा विभाग के महानिदेशक डॉ.राकेश गुप्ता ने बोर्ड अधिकारियों व सभी जिलाधीशों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि दसवीं एवं बारहवीं कक्षा की परीक्षा में इस बार 10 हजार 139 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जबकि 902 केंद्र उपाधीक्षक तैनात किए गए हैं। सिंह ने कहा कि इस बार बोर्ड प्रशासन ने नया फैसला किया है कि आब्जर्वर को परीक्षा अवधि के दौरान पूरे तीन घंटे संबंधित परीक्षा केंद्र में ही डयूटी देनी होगी। अब से पहले आब्जर्वर केवल प्रश्न पत्र वितरित करने का कार्य करते थे। उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा डयूटी ऑनलाइन लगाई गई है। किसी भी जिला शिक्षा अधिकारी को डयूटी बदलने का अधिकार नहीं दिया गया है। केवल बोर्ड प्रशासन को जानकारी में देकर ही डयूटी बदली जा सकती है। उन्होंने कहा कि दसवीं एवं बारहवीं कक्षा की परीक्षा में नकल को रोकने के लिए बोर्ड प्रशासन ने 324 उडऩ दस्तों का गठन किया है। इनमें बोर्ड प्रशासन के अलावा प्रदेश के सभी डीसी, एसपी, एसडीएम, डीईओ, डीइइओ के उडऩ दस्ते भी शामिल हैं।