Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jun, 2018 11:38 AM
आईएएस बनने के इच्छुक व्यक्ति अक्सर संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवाएं परीक्षा के लिए अपनी रणनीति को लेकर विभिन्न टॉपर्स के इंटरव्यू और लेखों को पढ़ते हैं परंतु परीक्षा का मूल मंत्र हमेशा अपनी स्वयं की एक रणनीति बनाना होता है।
जालंधरः आईएएस बनने के इच्छुक व्यक्ति अक्सर संघ लोक सेवा आयोग सिविल सेवाएं परीक्षा के लिए अपनी रणनीति को लेकर विभिन्न टॉपर्स के इंटरव्यू और लेखों को पढ़ते हैं परंतु परीक्षा का मूल मंत्र हमेशा अपनी स्वयं की एक रणनीति बनाना होता है। अपने आसपास उपलब्ध सभी प्रकार की सामग्री में सर्वोत्कृष्ट का संयोजन सफलता की पहली महत्वपूर्ण कुंजी होती है। तैयारी के सिलसिले में दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात अपना स्वयं का मूल्यांकन करना होता है। अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानें और इनके अनुरूप काम करें।
इसके अलावा हमेशा विश्वास करें कि कठिन परिश्रम सफलता की अंतिम कुंजी होती है। यही एकमात्र बात है जिसे हम तैयारी की संपूर्ण यात्रा में बनाए रख सकते हैं। आखिरी बात होती है आत्मविश्वास। जब आप नकारात्मक महसूस करें अपने माता-पिता, शिक्षकों और शुभचिंतकों के साथ बात करें और उनसे सकारात्मक प्रेरणा ग्रहण करें। तैयारी के दौरान कई बार हमें खुद पर संदेह होने लगता है परंतु यह एक सामान्य बात है। जहां कहीं से भी मिले, प्रेरणा लेने की कोशिश करें।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए कुछ टिप्स
1) स्मृति विज्ञान: यह आपको परीक्षा हाल में तथ्यात्मक सूचना याद करने में सहायता करेगी। उदाहरण के लिए
क. बचपन+ एमबीए-सीमाओं की लंबाई याद रखने के लिए भारत की घटते क्रम में बंगलादेश, चीन, पाकिस्तान, नेपाल, म्यांमार, भूटान, अफगानिस्तान से सीमा लगती है।
ख. पटना: एकीकृत कार्यक्रम के अधीन मिसाइलों को याद रखने के लिए-पृथ्वी, अग्नि, त्रिशूल, नाग, आकाश
ग. एमबीबीएस पेन: सार्क देशों को याद रखने की कला-मालदीव, बंगलादेश, भूटान, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भारत, नेपाल
यह निश्चित तौर पर काम करेगी और महत्वपूर्ण तथ्यों की तैयारी और याद रखने में आपकी जरूरत मददगार होगी।
2) अत्यधिक विकल्प/व्यापक विवरण गलत होने की संभावना होती है: (ध्यान दें: यह कोई नियम नहीं है बल्कि एक अवलोकन है)
3) विभिन्न विषयों पर लघु नोट्स और स्मरणोकारी सामग्री तैयार करने का प्रयास करें इससे आपको इनका तेजी के साथ पुन: अध्ययन करने में अवश्य सहायता मिलेगी। संक्षेप में सामग्री बनाने की कोशिश करें ताकि आप शीघ्रता के साथ इनका पुन: अध्ययन कर सकें।
टेस्ट सीरिज और साथियों के समूह का महत्व
इसके अलावा, साथियों के एक अच्छे समूह का गठन करने की कोशिश करें जो कि आपको संपूर्ण तैयारी के दौरान प्रेरित कर सके। सहयोगियों का समूह न केवल किसी को प्रतिस्पर्धात्मक भावना के साथ दक्ष बनाता है बल्कि कोई भी उन क्षेत्रों को समझने के लिए लाभान्वित हो सकता है जहां उसके लिए सहजता नहीं है।
समय प्रबंधन
यह प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। यहां 3-4 महीने की लक्षित योजना बनाने का प्रयास करें और तब मासिक तथा साप्ताहिक योजनाओं में बांटने का प्रयास करें। अपने शेड्यूल के आधार पर इसे दैनिक लक्ष्यों में बांटें। ऐसा कहा जाता है कि जब कोई कार्यरत होता है वह सप्ताहांत अथवा अवकाश के दिनों में अधिक समय दे सकता है और कार्य दिवसों में हल्की पढ़ाई कर सकता है।