Edited By bharti,Updated: 04 Jan, 2019 07:14 PM
मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने 2013 से 2017 के बीच जवाहर नवोदय विद्यालयों (जेएनवी) में 49 छात्रों...
नई दिल्ली : मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने 2013 से 2017 के बीच जवाहर नवोदय विद्यालयों (जेएनवी) में 49 छात्रों की कथित आत्महत्या के पीछे की परिस्थितियों का पता लगाने के लिए एक कार्यबल का गठन किया है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि मंत्रालय ने 630 नवोदय विद्यालयों में से प्रत्येक में दो पूर्णकालिक काउंसलर (एक महिला एवं एक पुरुष) रखने संबंधी एक प्रस्ताव को भी मंजूरी के लिए व्यय विभाग को भेज दिया है।
बयान में बताया गया कि मंत्रालय ने 31 दिसंबर 2018 को एचआरडी मंत्रालय की स्वीकृति के साथ डॉ.जितेंद्र नागपाल की अध्यक्षता में एक कार्यबल गठित किया था जो नवोदय विद्यालयों में हुई छात्रों की कथित आत्महत्या के कारणों का पता लगाएगा। यह कार्यबल उन परिस्थितियों पर विचार करेगा जिनके चलते नवोदय आवासीय विद्यालयों के छात्रावास में रह रहे छात्रों को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा।
साथ ही यह कार्यबल आत्महत्या पर रोक लगाने के तरीके एवं साधनों का सुझाव भी देगा। इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मामले के संबंध में एचआरडी मंत्रालय को नोटिस भेजा था।एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि खबरों के मुताबिक, सात छात्रों के अलावा बाकी सभी ने फंदे से लटक कर आत्महत्या की थी और उनके शव या तो उनके सहपाठियों ने ढूंढे या स्कूल स्टाफ के सदस्यों ने।’’जवाहर नवोदय विद्यालय पूरी तरह आवासीय विद्यालय हैं और नवोदय विद्यालय समिति इनका संचालन देखती है। यह समिति मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान है।