आईसीएसई बोर्ड ने परीक्षकों के लिए नया फैसला लेते हुए घोषणा की है कि परीक्षकों की अंक सूची में अब विषय के हिसाब से अंक शामिल किए जाएंगे।
नई दिल्लीः आईसीएसई बोर्ड ने परीक्षार्थियों के लिए नया फैसला लेते हुए घोषणा की है कि परीक्षार्थियों की अंक सूची में अब विषय के हिसाब से अंक शामिल किए जाएंगे। जैसे अंग्रेजी भाषा और साहित्य, इतिहास और नागरिक, भूगोल और विज्ञान के लिए अलग-अलग उल्लेख किए गए अंक होंगे। गत वर्ष तक, मार्क शीट में केवल विषय का उल्लेख किया जाता था उसके आगे कितने भाग है का उल्लेख नहीं मिलता था।

इसकी जानकारी बुधवार को एक प्रैस विज्ञप्ति में भारतीय स्कूल सर्टीफिकेट परीक्षा परिषद (सीआईएससीई) के मुख्य कार्यकारी और सचिव गेरी अराथून ने दी और कहा कि यह नया बदलाव परीक्षा वर्ष 2019 से प्रभावी होगा। इसके अलावा आईसीएसई और आईएससी छात्र केवल एक विषय में कम्पार्टमेंट की परीक्षा के लिए उपस्थित होने में सक्षम होंगे। इसके लिए परीक्षा हर साल जुलाई माह में आयोजित की जाएगी और परिणाम अगस्त में घोषित किए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि आईसीएसई और आईएससी परीक्षा 2019 के लिए समय सारिणी परिषद की वेबसाइट पर पहले ही अपलोड कर दी गई है। उन्होंने बताया कि परीक्षा वर्ष 2021 के बाद, आईसीएसई और आईएससी स्तर पर विषय साहित्य (अंग्रेजी पेपर 2) के लिए,सभी उम्मीदवारों को अनिवार्य रूप से निर्धारित शेक्सपियर के खेल, गद्य (लघु कथाएं) और कविता का अध्ययन करना होगा। इसके अलावा नए विषयों को भी शामिल किया जा रहा है।

यही नहीं आईसीएसई समूह 1 - इतिहास, नागरिक और भूगोल (थाईलैंड), यह विषय मुख्य रूप से थाई राष्ट्रीयता के उम्मीदवारों के लिए पेश किए जा सकते है। उम्मीदवारों के पास इतिहास, नागरिक और भूगोल या इतिहास, नागरिक और भूगोल (थाईलैंड) का अध्ययन करने का विकल्प होगा। आईएससी छात्रों के लिए, आतिथ्य प्रबंधन और कानूनी अध्ययन के विषयों को पेश किया जाएगा। इसके साथ-साथ अकादमिक वर्ष 2019 से आईसीएसई और आईएससी स्तरों पर विभिन्न प्रमुख विषयों पर शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम अनिवार्य होगा।
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