Edited By Sonia Goswami,Updated: 14 Nov, 2018 09:53 AM
हमारे देश में पढ़ने वाले तमाम आम व मेधावी छात्र विदेश जाने की इच्छा रखते हैं। कई लोग इसके लिए विशेष तैयारियां करते हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे विकसित देशों ने उनके यहां काम व पढ़ाई की इच्छा करने...
नई दिल्लीः हमारे देश में पढ़ने वाले तमाम आम व मेधावी छात्र विदेश जाने की इच्छा रखते हैं। कई लोग इसके लिए विशेष तैयारियां करते हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे विकसित देशों ने उनके यहां काम व पढ़ाई की इच्छा करने वाले उम्मीदवारों के लिए IELTS जैसी परीक्षाओं में पास होने की योग्यता तय कर रखी है। अब भारत में पढ़ाई कर रहे आम व कई बार खास स्टूडेंट्स को भी पता नहीं होता कि IELTS की बला क्या है। ऐसे में जानें IELTS के बारे में...
क्या है IELTS?
IELTS (International English Language Testing System) एक ऐसी परीक्षा का नाम है, जिसमें अंग्रेजी भाषी देशों में काम व पढ़ाई करने वाले उम्मीदवारों के अंग्रेजी ज्ञान का टेस्ट लिया जाता है।
कौन लेता है IELTS टेस्ट?
IELTS परीक्षा का साझा आयोजन University Of Cambridge ESOL Examinations (Cambridge ESOL), British Council और IDP करते हैं। इसे दुनिया में अंग्रेजी भाषा का सबसे ऊंचा मापदंड माना जाता है।
IELTS को कहां है मान्यता?
IELTS को ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड व इंग्लैंड जैसे देशों की यूनिवर्सिटी और रोजगार देने वाली संस्थाएं मान्यता देती हैं। इसके अलावा, सारे सरकारी संस्थान व अप्रवासी संस्थाएं भी इसे मान्यता देती हैं।
कहां दी जा सकती हैं IELTS की परीक्षा?
आज दुनिया भर में IELTS के 1100 से ज्यादा परीक्षा केंद्र हैं। इनमें से अधिकांश ब्रिटिश काउंसिल, IELTS ऑस्ट्रेलिया समेत कई विश्वविद्यालयों और भाषायी स्कूलों द्वारा चलाए जाते हैं। विशेष जानकारी के लिए www.ielts.org पर जाएं।
टेस्ट फॉर्मेट- इसमें 4 सब-टेस्ट होते हैं या मॉड्यूल। पढ़ना, लिखना, सुनना और बोलना। स्टू़डेंट्स का सारी परीक्षाओं में बैठना अनिवार्य है। सारे स्टूडेंट्स को एक ही सुनने व बोलने वाले टेस्ट में बैठना पड़ता है, जबकि उन्हें पढ़ने व लिखने के लिए अलग-अलग टेस्ट देने पड़ते हैं। यह उनके द्वारा चुने गए एकेडमिक या सामान्य ट्रेनिंग मॉड्यूल पर निर्भर करता है।
परीक्षा के मौके पर चारों सब-सेक्शन व उनके लिए तय समय
सुनना - 4 सेक्शन - 40 आइटम - 30 मिनट
सामान्य ट्रेनिंग पढ़ना- 3 सेक्शन - 40 आइटम - 60 मिनट
एकेडमिक पढ़ाई- 3 सेक्शन - 40 आइटम - 60 मिनट
सामान्य ट्रेनिंग लिखना- 2 टास्क (150 से 250 शब्द) 60 मिनट
एकेडमिक लिखना- 2 टास्क (150 से 250 शब्द) 60 मिनट
बोलना- 11 से 14 मिनट
कुल समय 2 घंटे 45 मिनट
IELTS Listening test - यह टेस्ट आधे घंटे तक चलता है। इसमें 4 सेक्शन होते हैं, जिसे कैसेट टेप पर चलाया जाता है। यह मोनोलॉग और डायलॉग दोनों होता है। यह सिर्फ एक बार चलता है और सारे सवालों का जवाब सुनने के दौरान देना होता है। हालांकि, जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाता है।
IELTS Reading test - यह टेस्ट 1 घंटे तक चलता है। उम्मीदवारों को एकेडमिक रीडिंग टेस्ट या सामान्य ट्रेनिंग रीडिंग टेस्ट देना होता है। इसमें टेस्ट तीन सेक्शन में होते हैं। इसमें डिफिकल्टी का लेवल बढ़ते क्रम में होता है।
IELTS Writing Test - यह टेस्ट भी 1 घंटे तक चलता है। इसमें भी उम्मीदवारों को एकेडमिक या सामान्य ट्रेनिंग मॉड्यूल से होकर गुजरना पड़ता है। इसमें स्टूडेंट्स को दो अलग-अलग स्टाइल में लिखना पड़ता है। इसमें किसी च्वाइस की सुविधा नहीं है।
IELTS Speaking test - इसमें उम्मीदवार का एकल साक्षात्कार होता है। इस साक्षात्कार को रिकॉर्ड भी किया जाता है। यह तीन हिस्सों में होता है। खुद का परिचय और साक्षात्कार - इसमें कैंडिडेट को किसी भी तय टॉपिक पर 1 से 2 मिनट बोलना होगा। फिर एक दोनों ओर से चलने वाली बातचीत या संवाद। यह साक्षात्कार 10 से 15 मिनट तक चलता है।