Edited By Riya bawa,Updated: 28 Sep, 2019 12:11 PM
हर मां-बाप का सपना होता है कि उनकी संतान ...
नई दिल्ली: हर मां-बाप का सपना होता है कि उनकी संतान बेहतर एजूकेशन के लिए विदेश जाए। इस सपने को साकार करने के लिए आजकल बहुत से कॉम्पिटिटिव एग्जाम क्लियर करने पड़ते है इनमें से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण IELTS एग्जाम है। आईलेट्स यानी International English Language Testing System को दो फॉर्मेट में आयोजित किया जाता है।
अगर आप किसी इंग्लिश स्पीकिंग कंट्री में जाकर बसने के बारे में विचार कर रहे हैं या आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं तो फिर, आपको कुछ इंग्लिश स्पीकिंग देशों में बसने या फिर पढ़ाई करने के लिए आईईएलटीएस (आईलेट्स) टेस्ट देने होंगे। दी इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम (आईईएलटीएस) द्वारा इंग्लिश लैंग्वेज में आपके बोलने, सुनने, पढ़ने और लिखने की काबिलियत की जांच की जाती है। इस टेस्ट के जरिये आम जीवन तथा एकेडेमिक जीवन में कैंडिडेट्स द्वारा इंग्लिश लैंग्वेज के सही प्रयोग की जांच की जाती है।
इस एग्जाम में 4 सेक्शन होते हैं--- लिस्निंग, रिडिंग, राइटिंग, स्पीकिंग। अगर इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे तो ये टेस्ट जरूर पास कर लेंगे और आपका विदेश जाने का सपना साकार होगा।
IELTS Exam TIPS 2019---
1. लिस्निंग सेक्शन में रिकॉर्डिंग शुरू होने से पहले ही हर सेक्शन के सवालों को ध्यान से पढ़ लें, इससे आपको रिकॉर्डिंग के दौरान सवालों को समझने में मदद होगी।
2. राइटिंग सेक्शन में शब्दों का इस्तेमाल करते समय सावधान रहें अगर आपने सवालों के ही शब्दों को लिखा है तो एग्जामिनर वर्ड काउंट में उन शब्दों का नहीं गिनेगा।
3. कई सवालों में शब्द सीमा के बारे में लिखा होता है, उदाहरण के लिए 3 शब्दों में आंसर लिखे। ऐसे में ज्यादा शब्द लिखने से बचें और कम से कम शब्दों में अपना आंसर खत्म करें।
4. समय पर ध्यान दें- टेस्ट से पहले और टेस्ट के दौरान भी समय का हमेशा ध्यान रखें। टेस्ट डेट को उस समय के लिए तय करें जब आपको लगे कि आप तैयारी के साथ टेस्ट दे सकते हैं क्योंकि यह टेस्ट साल में कभी भी दिया जा सकता है इसलिए इसे तैयारी के साथ दें क्योंकि इस टेस्ट के साथ फीस भी जुड़ी है। इसलिए सोच समझकर टेस्ट डेट का चयन करें। वही टेस्ट के दौरान किसी भी टास्क पर ज्यादा समय खराब न करें अगर आप कर सकते हैं तुरंत हल करने की कोशिश करें और नहीं आता है तो उसे छोड़कर आगे बढ़ें।
5. अंग्रेजी में बोलने की प्रैक्टिस करें- स्पीकिंग सेक्शन में अंग्रेजी में बोलने के लिए कहा जाएगा। इसलिए इंगलिश में बोलने की प्रैक्टिस करें। कई लोगों के साथ होता है कि वो इंगलिश समझ तो लेते है लेकिन बोलने मे हिचकिचाहट होती है। अपनी इस कमोजरी खत्म करें और बोलने की प्रैक्टिस करें।