Edited By ,Updated: 29 Aug, 2016 12:50 PM
दिनों-दिन देश के टॉप बिजनस-स्कूलों में फीमेल स्टूडेंट्स की संख्या घटती जा रही है। बता दें कि डेलॉयट के डायरेक्टर रोहिन कपूर ने कहा कि
दिनों-दिन देश के टॉप बिजनस-स्कूलों में फीमेल स्टूडेंट्स की संख्या घटती जा रही है। बता दें कि डेलॉयट के डायरेक्टर रोहिन कपूर ने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार उन्हे कॉरपोरेट बोड्र्स में शामिल करने की कोशिश कर रही है, तरह-तरह की योजना निकाल रही है ऐसे में बी-स्कूलों में उनकी संख्या का घटना बड़ी चिंता और अफसोस की बात है।
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर विनीता बाली ने कहा, हमें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसका कारण पता लगाना होगा कि महिलाएं क्यों अलग रास्ता चुन रही हैं? क्या इसका असर कॉरपोरेट इंडिया पर भी होगा, जो ज्यादा महिलाओं को लीडरशिप रोल में लाना चाहता है। टॉप छह आईआईएम संस्थानों- अहमदाबाद, बेंगलुरु, कलकत्ता, लखनऊ, कोझीकोड और इंदौर में 2016-2018 बैच में सिर्फ 649 फीमेल स्टूडेंट्स हैं, जो कि पिछले आंकड़ो से काफी पीछे है। तमाम कोशिशों के बाद भी टॉप छह आईआईएम में फीमेल स्टूडेंट्स की संख्या लगातार घटती जा रही है।
कुछ एक्सपट्र्स का कहना है कि शायद महिलाएं दूसरे कोर्सेज चुन रही हैं, क्योंकि इसमें उनके लिए रोल मॉडल ज्यादा नहीं हैं। आईआईएम कि मानें तो महिलाओं की संख्या में गिरावट की खास वजह नहीं है क्योंकि विमिन्स ऐप्लिकेंट्स की संख्या पहले जैसी बनी हुई है। आईआईएम लखनऊ में 2014 में फीमेल स्टूडेंट्स की संख्या 46 पर्सेंट थी, जो 2015 में घटकर 32 पर्सेंट और इस साल 25 पर्सेंट रह गई है। इस साल आईआईएम इंदौर में सबसे ज्यादा 38 पर्सेंट फीमेल कैंडिडेट्स ने ऐडमिशन लिया है। सबसे कम आईआईएम कलकत्ता में 15 पर्सेंट फीमेल स्टूडेंट्स हैं।