Edited By Riya bawa,Updated: 31 Aug, 2019 12:12 PM
मादीपुर में रहने वाले गुदड़ी के लाल विजय...
नई दिल्ली (पुष्पेन्द्र मिश्रा): मादीपुर में रहने वाले गुदड़ी के लाल विजय की वाहवाही खूब हो रही है। अभाव में भी उसने मेहनत करके आईआईटी में दाखिला पा लिया। चैनल पर उसका इंटरव्यू हो रहा है। एक तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बेटे का साक्षात्कार तो दूसरी तरफ टेलर कैलाश के बेटे का साक्षात्कार टीवी पर दिखाया जा रहा है। दोनों ही मेधावी हैं। मतलब साफ है कि मेधा पारिवारिक स्तर की मोहताज नहीं होती, लेकिन आईआईटी की फीस के लिए तो माली हालत मतलब जरूर रखती है।
विजय ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा पास तो कर ली, लेकिन आईआईटी की फीस जमा करने के लिए उसके पिता को 6 लाख का लोन लेना पड़ा है। विजय दिल्ली आईआईटी के हॉस्टल पहुंच गया है और पढ़ाई भी शुरू हो गई है, लेकिन उसे कर्ज की भीतर से कचोट रही है। उसकी इच्छा है फीस जमा करने के लिए सरकार या किसी संस्था को उसके पिता की मदद करनी चाहिए।
विजय की तैयारी में दिल्ली सरकार ने बड़ी मदद की और चार महीने तक कोचिंग के साथ ढाई-ढाई हजार रुपए भी दिए। मेधावी छात्र ने मेहनत की और कमाल दिखा दिया। उसको दिल्ली आईआईटी में दाखिला मिल गया। इसके बाद आई फीस जमा करने की बारी। इस मोर्चे पर विजय का परिवार अकेला पड़ गया। ट्यूशन फीस तो माफ हो गई थी, लेकिन करीब एक लाख रुपए हॉस्टल आदि के लिए प्रति सेमेस्टर के लिए जमा करने हैं।
छह महीने के हिसाब से कुल आठ सेमेस्टर की पढ़ाई होनी है। हर सेमेस्टर के लिए करीब एक लाख रुपए जमा करने होंगे। परिवार की माली हालत अच्छी नहीं है, ऐसे में विजय के पिता ने 6 लाख रुपए का लोन ले लिया ताकि सेमेस्टर की फीस जमा करने में दिक्कत नहीं आए। यह बात विजय को अच्छी नहीं लग रही। विजय ने कहा कि बड़ा भाई अजय भी इंजीनियरिंग कर रहा है और उसने भी अपने नाम से 4 लाख रुपए का लोन ले रखा है। ऐसे में अब परिवार पर 10 लाख का कर्ज हो गया है। घर की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है, उपर से उधार, यह स्थिति दिल दुखाती है।