Edited By pooja,Updated: 07 Sep, 2018 10:11 AM
भारत ने नौ साल के अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय छात्र आकलन कार्यक्रम (पीसा) में हिस्सा लेने का फैसला किया है। इस कार्यक्रम के तहत 15 साल के बच्चों के सीखने के स्तर की जांच की जाती है।
नई दिल्ली: भारत ने नौ साल के अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय छात्र आकलन कार्यक्रम (पीसा) में हिस्सा लेने का फैसला किया है। इस कार्यक्रम के तहत 15 साल के बच्चों के सीखने के स्तर की जांच की जाती है।
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) हर तीन साल पर पीसा का आयोजन करता है। भारत ने आखिरी बार 2009 में पीसा में हिस्सा लिया था। उस प्रतियोगिता में कुल 74 देशों ने हिस्सा लिया था और भारत का स्थान 72वां रहा था। भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए तत्कालीन संप्रग सरकार ने सवालों के ‘अप्रासंगिक’ होने का आरोप लगाते हुए पीसा के बहिष्कार का निर्णय किया था। मानव संसाधन मंत्रालय के स्कूल और साक्षरता विभाग की सचिव रीना रे ने बताया,
अगर चीन और वियतनाम सहित 80 देश पीसा में हिस्सा ले सकते हैं तो ऐसे में भारतीय बच्चों के हिस्सा नहीं लेने की वजह समझ में नहीं आती।’’