Edited By Sonia Goswami,Updated: 05 Dec, 2018 09:45 AM
भारत ने बिजनेस वीजा की अवधि 15 साल तक बढ़ाने तथा विदेशी नागरिकों के लिए आपात स्थिति में नियमित वीजा को मैडीकल श्रेणी में बदलने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने मंगलवार को बताया कि पिछले चार साल में जारी हुए ई-वीजा की संख्या में भारी...
नई दिल्लीः भारत ने बिजनेस वीजा की अवधि 15 साल तक बढ़ाने तथा विदेशी नागरिकों के लिए आपात स्थिति में नियमित वीजा को मैडीकल श्रेणी में बदलने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने मंगलवार को बताया कि पिछले चार साल में जारी हुए ई-वीजा की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। इस साल 30 नवंबर तक यह संख्या 5.17 लाख से बढ़कर 21 लाख हो गई है।
उन्होंने कहा कि इन्टर्नशिप वीजा मंजूर करने में भी छूट दी गई है। इसका लाभ देश में पढ़ाई करने वाला कोई भी विद्यार्थी उठा सकता हैं। इसके अतिरिक्त देश में पहले से मौजूद किसी विदेशी को आपातस्थिति में अपने वीजा को मैडीकल श्रेणी में बदलने की सुविधा प्रदान करने जैसे उपाय भी किए गए हैं। बाद में एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बिजनेस वीजा की अवधि 15 साल तक बढ़ाई जा सकती है। एक बार में बिजनेस वीजा की अवधि पांच साल के लिए बढ़ाई जा सकती
है।
गौबा यहां भारत की वीजा व्यवस्था को सुचारू बनाना’’ विषय पर एक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नागर विमानन, पर्यटन,स्वास्थ, उच्चतर शिक्षा जैसे विभिन्न मंत्रालयों और संबद्ध पक्षों की चिन्ताओं तथा सुझावों को ध्यान में रखते हुए आवश्यक उपाय किये गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में शिक्षा और पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनने की क्षमता है। उन्होंने फील्ड स्तर पर
मानसिकता में बदलाव लाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि विदेशी नागरिक देश में आकर बेहतर
महसूस करें।
उन्होंने कहा कि अनुकूल वीजा व्यवस्था से व्यापार में सुगमता लाने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही प्रौद्योगिकी उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को सु²ढ़ बनाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू की गई ई-एफआरआरओ व्यवस्था विदेशी नागरिकों को वीजा संबंधी 27 सुविधाएं प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि ई-वीजा सुविधा अब 166 देशों में उपलब्ध है और विदेशी यात्री पर्यटन, व्यापार, स्वास्थ, चिकित्सा उपचार और सम्मेलन आदि के लिए 72 घंटों के भीतर ऑनलाइन वीजा हासिल कर सकते हैं।