Edited By Riya bawa,Updated: 06 Mar, 2020 12:17 PM
8 मार्च को देशभर के स्कूलों और कॉलेजों में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। छात्राओं को प्रेरित करने के लिए स्कूलों में विशेष सभाओं और प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा। इन सभाओं में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल कर चुकीं महिलाओं पर वार्ता,...
8 मार्च को देशभर के स्कूलों और कॉलेजों में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) मनाया जाएगा। छात्राओं को प्रेरित करने के लिए स्कूलों में विशेष सभाओं और प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा। इन सभाओं में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल कर चुकीं महिलाओं पर वार्ता, रोल प्ले, महिला सशक्तीकरण पर भाषण , सभाएं आदि से उन तमाम महिलाओं को सम्मान दिया जाएगा जिन्होंने अपने क्षेत्र में अलग पहचान बनाई हो। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छात्राओं को अपने जीवन में उत्कृष्टता लाने के लिए और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियां शुरू करने का फैसला लिया गया है, ताकि छात्राएं यह साबित कर सकें कि लैंगिक भिन्नता सफलता हासिल करने मेंकोई रुकावट नहीं है। इसी दिशा में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग गोलमेज वार्ता का आयोजन करेगा और कई अन्य गतिविधियों के बीच देशभर के लगभग 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में विभिन्न विषयों पर महिला सशक्तीकरण के कई अन्य कार्यक्रम का आयोजन होगा।
महिला सशक्तीकरण पर होगा जोर
शिक्षा के सभी स्तरों पर लड़कियों का कुल नामांकन अनुपात अब लड़कों की तुलना में अधिक है। प्राथमिक स्तर पर लड़कों का नामांकन है वहीं लड़कियों का नामांकन अनुपात 94 प्रतिशत है। अगर हम माध्यमिक स्तर पर बात करें तो लड़कों के 78 प्रतिशत की तुलना में लड़कियों का नामांकन 81 प्रतिशत है। इस से ये अंदाजा साफ लगाया जा सकता है कि देश में महिला सशक्तीकरण पर काफी सुधार हुआ है।