Edited By pooja,Updated: 01 Oct, 2018 10:47 AM
विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम जनता के साथ लगातार साइबर ठगी की वारदातें हो रही हैं। अभी हाल ही में व्लू व्हेल और मोमो चैलेंज के जाल में फंसकर कई बच्चों ने अपनी जान गंवा दी।
नई दिल्ली : विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम जनता के साथ लगातार साइबर ठगी की वारदातें हो रही हैं। अभी हाल ही में व्लू व्हेल और मोमो चैलेंज के जाल में फंसकर कई बच्चों ने अपनी जान गंवा दी।
सीबीएसई बच्चों के साथ साइबर ठगी और सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। कई बच्चों की निजी जानकारी बेवसाइट्स बच्चों से मांग लेती हैं। जिसके बाद वो उसका दुरुपयोग करती हैं। सीबीएसई ने छात्रों के लिए एक वेबसाइट का विकल्प सुझाया है। जिसपर जाकर छात्र साइबर क्राइम के प्रति जानकारी ले सकते हैं। छात्रों को इन्फॉर्मेशन सिक्युरिटी एजुकेशन एंड अवेयरनेस (आईएसईए) नाम की वेबसाइट पर जाकर साइबर सुरक्षा संबंधी मैन्युअल को पढऩा होगा।
यह वेबसाइट केंद्रीय सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से छात्रों के लिए तैयार की गई है। सीबीएसई ने केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, राज्य शिक्षा बोर्ड और शिक्षा निदेशालयों को निर्देश दिए हैं कि ये सभी संस्थाएं अपने अधीनस्त स्कूलों में शिक्षकों द्वारा इस वेबसाइट के जरिए छात्रों को साइबर क्राइम से बचने, इंटरनेट के सही इस्तेमाल की जानकारी मुहैया करवाएं।
साइबर सुरक्षा मामले में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आईआईएमसी बेंगलुरु, आईआईटी मद्रास, सीडेक और एनआईईएलआईटी गोरखपुर के सहयोग से साइबर सिक्यूरिटी को लेकर यह वेबसाइट शुरू की गई है। वेबसाइट पर छात्रों को बताया गया है कि इंटरनेट पर बेवसाइट्स द्वारा जानकारी मांगे जाने पर अपना सही नाम, पता जन्मतिथि मोबाइल नंबर न दें। सोशल मीडिया पर कोई ऐसी फ्रेंड रिक्वेस्ट आप स्वीकार न करें, जिसे आप न जानते हों।