Edited By pooja,Updated: 29 Nov, 2018 11:35 AM
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया अपने आखिरी पड़ाव में जा पहुंची है। बुधवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के एनक्सर वन में यूजीसी ने उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया।
नई दिल्ली : जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया अपने आखिरी पड़ाव में जा पहुंची है। बुधवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के एनक्सर वन में यूजीसी ने उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। इस दौरान कुलपति नियुक्ति के लिए बनाई गई सर्च कमेटी के सदस्यों ने सभी उम्मीदवरों का साक्षात्कार लिया। चयन कमेटी के पास लगभग सौ आवेदन आए थे, जिसमें 13 नामों की संभावित अंतिम सूची के उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था। फिलहाल, साक्षात्कार होने के बाद चयन कमेटी की तरफ से चार नाम राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। इन चारों में से एक नाम की घोषणा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।
बहरहाल, सभी उम्मीदवार अपनी दावेदारी मजबूती से पेश करने के लिए एड़ी चोटी का जोड़ लगा लगा रहे हैं। सूत्रों की माने तो कुलपति के लिए टॉप पांच नाम चल रहे हैं। जिनमें प्रो. अख्तरुल वासे, प्रो. कमर अहसन, प्रो. सैयद इश्तेयाक, प्रो. फुरकान कमर, प्रो.नजमा अख्तर हैं। हालांकि इन सभी में प्रो. अख्तरुल वासे को मजबूत दावेदार माना जा रहा है। जोकि जामिया के संकाय सदस्य भी रह चुके है। लेकिन, उनकी उम्र जामिया कुलपति के दौड़ में रोड़ा बन सकती है। क्योंकि जामिया के कुलपति के लिए आए विज्ञापन में के अुनसार आवेदक की आयु 65 साल मांगी गई है। जबकि प्रो. अख्तरूल वासे की आयु अभी 67 वर्ष है। ऐसे में अगर उनका नाम कुलपति के लिए चयनित होता है, तो यह नियम का उल्लघंन माना जाएगा।
काबिलेजिक्र है कि जामिया में कुलपति का पद अगस्त महीनें से खाली पड़ा है। अभी इस पद पर एक्टिंग वीसी के रूप में प्रो. शाहिद अशरफ कमान संभाल रहे हैं। जोजामिया के उप कुलपति भी है। सर्च कमेटी के द्वारा साक्षात्कार के बाद करीब चार नामों का चयन करके राष्ट्रपति के पास भेजेंगे।