Edited By bharti,Updated: 26 Apr, 2019 10:17 AM
देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग...
नई दिल्ली: देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड इस वर्ष 27 मई को आयोजित होने जा रही है। इस साल जनवरी और अप्रैल में दो बार आयोजित की गई जेईई मेन्स परीक्षा के स्कोर के आधार पर चयनित होने वाले शीर्ष 2 लाख 45 हजार छात्र को जेईई एडवांस परीक्षा देने का मौका मिलेगा। जिसमें सामान्य श्रेणी के 113925, सामान्य ईडब्ल्यूएस श्रेणी के 9800, ओबीसी के 66150, एससी के 36750, एसटी के 18375 स्टूडेंट्स शामिल हैं।
बता दें जेईई-एडवांस्ड परीक्षा के लिए जेईई-मेन्स के स्कोर के आधार पर जेईई-एडवांस्ड की पात्रता के लिए वर्ष 2018 में 2.24 लाख अभ्यर्थी एवं वर्ष 2017 में 2,20000 को चुना जाना था लेकिन मिनिमम कटऑफ पर दोनों साल अधिक छात्र चयनित हो गए। वैसे तो इस साल जेईई एडवांस के लिए मेन्स की कटऑफ में 10 फीसद बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। लेकिन विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल भी जेईई एडवांस के लिए तय संख्या 2.45 लाख स्टूडेंट्स के मुकाबले अधिक स्टूडेंट्स को जेईई-एडवांस्ड देने का मौका मिल सकता है। जेईई मेन्स के आधार पर जेईई एडवांस के लिए फाइनल कटऑफ 30 अप्रैल को जारी की जाएगी। जेईई मेन 2019 पेपर-2 के परिणाम की अगर बात करें यह 15 मई के आसपास जारी हो सकता है।
बीते दो सालों में तय कटऑफ से अधिक अभ्यर्थी हुए थे चयनित
2018 में 2.24 लाख अभ्यर्थियों को जेईई एडवांस देना था लेकिन तय की गई कटऑफ में 7024 अभ्यार्थी बढ़ गए इसलिए साल 2018 में 231024 छात्रों ने परीक्षा दी। ऐसा ही साल 2017 में हुआ जहां 220000 के मुकाबले 1834 छात्र अधिक यानि 221834 छात्रों का चयन तय कटऑफ में किया गया। क्वालीफाइ किए गए विद्यार्थियों की संख्या बढऩे का प्रमुख कारण उस निर्धारित कैटेगिरी में जारी की गई मिनिमम कटऑफ पर ज्यादा बच्चों का क्वालीफाइ होना है।
पिछले सालों की कटऑफ
बीते साल की कटऑफ की बात करें तो वर्ष 2018 में सामान्य श्रेणी के लिए 360 में से 74, ओबीसी, एससी, एसटी के लिए क्रमश: 45, 29, 24 एवं सभी विकलांग अभ्यर्थियों के लिए -35 (माइनस 35) रही। साथ ही 2017 में यह कटऑफ सामान्य के लिए 81, ओबीसी, एससी व एसटी के लिए क्रमश: 49, 32 एवं 27 अंक रही थी, जबकि इस वर्ष गत वर्षों के मुकाबले 21 हजार ज्यादा विद्यार्थियों को जेईई-एडवांस्ड देने का मौका मिलेगा।