Edited By bharti,Updated: 08 Oct, 2018 04:57 PM
देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए ली जाने वाली जेईई मेन की परीक्षा के लिए फार्म में करेक्शन की प्रकिया ...
नई दिल्ली : देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए ली जाने वाली जेईई मेन की परीक्षा के लिए फार्म में करेक्शन की प्रकिया आज से शुरु हो गई है। जो उम्मीदवार अपने फार्म में बदलाव करना चाहते है वह जेईई की वेबसाइट पर जाकर करेक्शन कर सकते है। इसके लिए कैडिडेंट्स को अपने ऐप्लिकेशन नंबर और पासवर्ड का इस्तेमाल करके official website jeemain.nic.in पर लॉगिन करना होगा।करेक्शन की लास्ट डेट 14 अक्टूबर है। हालांकि करेक्शन को लेकर उम्मीदवारों के कई सवाल अभी भी है। आवेदकों के सवाल है कि किस ऑप्शन में करेक्शन किया जाएगा, वन टाइम करेक्शन का ही ऑप्शन रहेगा या इसके बाद किसी भी करेक्शन नहीं करने दिया जाएगा।
गौरतलब है कि नैशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जईई मेन 2019 की डेट और शिफ्ट डीटेल्स अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर जारी कर दिया है। डीटेल्स ऑफिशल वेबसाइट्स nta.ac.in और jeemain.nic.in पर उपलब्ध है। जेईई मेन 2019 का आयोजन 6 जनवरी से 20 जनवरी, 2019 तक अलग-अलग शिफ्टों में होगा। जेईई मेन जनवरी 2019 के दूसरे पेपर का आयोजन 8 जनवरी, 2019 को दो शिफ्ट में आयोजन होगा। अगले साल से इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी समेत इंजिनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित होने वाले जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन में दो बड़े बदलाव होंगे। एक बदलाव तो रैंकिंग से संबंधित है और दूसरा परीक्षा के माध्यम और फॉर्मेट से। पहले रैंकिंग के लिए छात्रों द्वारा परीक्षा में प्राप्त अंकों को आधार बनाया जाता था लेकिन अब पर्सेंटाइल स्कोर को आधार बनाया जाएगा। दूसरी तरफ परीक्षा की बात करें तो परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी और नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) साल में दो बार इसका आयोजन करेगी। परीक्षा कई दिनों तक चलेगी और हर दिन में कई सत्र होंगे।
परीक्षा का माध्यम और फॉर्मेट
2019 से जेईई-मेन की परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी और परीक्षा का आयोजन साल में दो बार (जनवरी और अप्रैल) होगा। छात्रों के पास दोनों में से एक या दोनों बार होने वाली परीक्षा में बैठने का विकल्प होगा। दोनों बार में परीक्षा का आयोजन 14 दिनों तक होगा और हर दिन कई सत्र होंगे। इस तरह की व्यवस्था परीक्षा के दौरान धोखाधड़ी और गड़बड़ी को काफी हद तक रोकने के उद्देश्य से की गई है।
रैंकिंग सिस्टम
जेईई मेन में छात्रों की रैंकिंग के लिए एनटीए स्कोर का सहारा लिया जाएगा। एनटीए स्कोर सभी चरणों में आयोजित परीक्षा के पर्सेंटाइल स्कोर को जोड़कर निकाला जाएगा। पहले सभी सेशन का अलग-अलग पर्सेंटाइल स्कोर निकाला जाएगा। फिर उन पर्सेंटाइल स्कोर को एक साथ मिलाकर ओवरऑल मेरिट और रैंकिंग तैयार की जाएंगी। अगर दो या उससे ज्यादा कैंडिडेट्स का बराबर पर्सेंटाइल हुआ तो जिस कैंडिडेट का मैथ, फीजिक्स, केमिस्ट्री में ज्यादा पर्सेंटाइल होगा, उसका पर्सेंटाइल ज्यादा माना जाएगा।