Edited By pooja,Updated: 06 Dec, 2018 09:55 AM
जेएनयू में प्रशासन के रवैये के विरोध में सफाई कर्मचारियों ने मार्चा खोल दिया है। दरअसल, प्रशासन द्वारा जेएनयू परिसर में कार्यरत दो महिला सफाई
नई दिल्ली: जेएनयू में प्रशासन के रवैये के विरोध में सफाई कर्मचारियों ने मार्चा खोल दिया है। दरअसल, प्रशासन द्वारा जेएनयू परिसर में कार्यरत दो महिला सफाई कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद यह मामला अब गरमाने लगा है।
प्रशासन के इस कदम से नाराज शिक्षक और छात्र संघ भी दोनों कर्मचारियों की मदद के लिए सामने आए हैं। यही वजह है कि बुधवार को जेएनयू परिसर में ऑल इंडिया जनरल कामगार यूनियन जनरल बॉडी मीटिंग की जाएगी है। मीटिंग में सफाई कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई पर आगे की रणनीति के बारे में चर्चा की जाएगी। गौरतलब है कि 28 नवम्बर को ठेके पर काम कर रही जेएनयू की सफाई कर्मचारी व उक्त यूनियन की अध्यक्षा उर्मिला और सुनिता को बर्खास्त कर दिया गया था।
उर्मिला ने बताया कि उन्हें ठेकेदार ने यह कहकर निकाल दिया कि काम के समय मैं राजनीति कर बाकी के कर्मचारियों को भड़काती हूं। उन्होंने बताया कि असल में यह आरोप हमपर मढ़ा जा रहा है। बीते दिनों हमने अपने साथियों की हितों को लेकर वीसी से मिलने गई थी। जिसमें हमने काम के बदले समान दाम की बात कही थी।
उन्होंने बताया कि अपने अधिकारों की लड़ाई हम कोर्ट से जीत चुके हैं। बावजूद इसके हमारी सैलरी नहीं बढ़ाई गई। उन्होंने आरोप लगाया है कि समान वेतन और बोनस की मांग को लेकर हमपर कार्रवाई की गई है। उर्मिला ने कहा कि इस संबंध में हमलोग 30 नवम्बर को वीसी से मुलाकात करने गए थे लेकिन वह नहीं थे। बाद में जब डीन से ज्ञापन सौंपने की कोशिश की तो उन्होंने पत्र नहीं लिया। जिसके बाद हम लोग ज्ञापन ऑफिस के बाहर ही चसपा दिया था।