Edited By Riya bawa,Updated: 10 Dec, 2019 01:01 PM
फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया...
नई दिल्ली: फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया। जेएनयू छात्र संघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने बताया कि राष्ट्रपति यूनिवर्सिटी के विजिटर हैं। राष्ट्रपति जेएनयू मामले में हस्तक्षेप करके छात्रावास शुल्क में बढ़ोतरी वापस लेने को कह सकते हैं। हम सभी राष्ट्रपति भवन तक जाकर उनसे मिलने का समय मांगने वाले थे।
जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि महिलाओं सहित कई छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया, हम पर बर्बर हमले किए गए और वापस परिसर में लौटने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं और शुल्क पूरी तरह वापस लेने की घोषणा नहीं की जाती, तब तक हम यहां से नहीं हटेंगे।
छात्रों ने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कीं। प्रदर्शन में शामिल श्रेया घोष ने दावा किया कि मार्च शांतिपूर्ण चल रहा था लेकिन उन्होंने पहले हमें रोका और फिर हम पर हमला किया। 30 से अधिक छात्र जख्मी हो गए। इससे पहले जेएनयू के बाहर सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस व अर्धसैनिक बल की कंपनियों की तैनाती की गई थी। परिसर जाने वाली सभी सड़कों पर यातायात व्यवस्था अहतियातन रोक दी गई थी। छात्रों से पुलिस ने यह अपील भी की थी कि शांतिपूर्वक विरोध करें।
अधिकारियों ने जेएनयू मार्च के चलते उद्योग भवन, लोक कल्याण मार्ग और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशनों पर सोमवार को यात्रियों का प्रवेश और निकास बंद कर दिया। प्रदर्शन के कारण बाबा गंगनाथ मार्ग से सरोजिनी नगर डिपो, अफ्रीका एवेन्यू, संत नगर डिपो और हयात से लीला होटल तक यातायात बंद कर दिया गया था। यातायात को लीला होटल से आईएनए की तरफ मोड़ दिया गया था।