Edited By Sonia Goswami,Updated: 11 Oct, 2018 09:14 AM
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने बुधवार को जेएनयू शिक्षक संगठन (जेएनयूटीए) के कुछ सदस्यों पर आरोप लगाया कि वे यूनिर्विसटी में सेवा मामलों पर सीसीएस के नियमों पर अमल से जुड़े अध्यादेश को अकादमिक परिषद की मंजूरी के खिलाफ गलत सूचनाएं...
नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने बुधवार को जेएनयू शिक्षक संगठन (जेएनयूटीए) के कुछ सदस्यों पर आरोप लगाया कि वे यूनिर्विसटी में सेवा मामलों पर सीसीएस के नियमों पर अमल से जुड़े अध्यादेश को अकादमिक परिषद की मंजूरी के खिलाफ गलत सूचनाएं फैला रहे हैं।
जेएनयूटीए ने कहा था कि शिक्षकों को केंद्रीय सेवा आचार (सीसीएस) नियमों के तहत रखने का मतलब है कि शिक्षाविदों से कक्षा एवं नागरिक समाज में जो भूमिका निभाने की अपेक्षा की जाती है, उसका अपराधीकरण कर दिया गया है।
शिक्षक संगठन ने आरोप लगाया था कि मौजूदा प्रशासन ने ऐसे नियमों को थोपने का फैसला किया है जो उन्हें असहमति व्यक्त करने से रोकते हैं। जेएनयू प्रशासन ने कहा कि पांच अक्टूबर को अकादमिक परिषद की ओर से अध्यादेश को मंजूरी जेएनयू की कार्यकारी परिषद के पहले के प्रस्ताव और इस साल एक मई को यूजीसी की ओर से जारी एक पत्र के अनुरूप है।