Edited By pooja,Updated: 01 Nov, 2018 11:41 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से संबद्ध दयाल सिंह कॉलेज में प्रिंसिपल और चेयरमैन की जंग लगातार तेज होती जा रही है। वीरवार को कॉलेज प्रिंसिपल आईएस बख्सी को
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से संबद्ध दयाल सिंह कॉलेज में प्रिंसिपल और चेयरमैन की जंग लगातार तेज होती जा रही है। वीरवार को कॉलेज प्रिंसिपल आईएस बख्सी को वीरवार को गेट पर मौजूद कर्मचारियों ने कॉलेज में अंदर नहीं घुसने दिया। जिस पर उन्होंने कॉलेज गेट पर ही छात्रों को बैठाकर क्लास ली। इसके बाद उन्होंने प्रेसवार्ता का आयोजन कर कॉलेज चेयरमैन के खिलाफ अपनी बात रखी। उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि कॉलेज चेयरमैन की तानाशाही के खिलाफ मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत डीयू कुलपति को भी पत्र लिख चुका हूं। चेयरमैन पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए।
वहीं, डीएससीटीए अध्यक्ष प्रो.परिहान ने कहा कि चार नवम्बर को चेयरमैन अमिताभ सिन्हा का कार्यकाल समाप्त हो रहा इसको लेकर हमने डीयू प्रशासन से गतवर्ष भी कार्यकाल नहीं बढ़ाने की मांग की थी और इस बार भी हमने कार्यकाल नहीं बढ़ाने की मांग की है। बावजूद इसके यदि कार्यकाल बढ़ाया जाता है,जो सभी शिक्षक और छात्र उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
इस कॉलेज के पास सिर्फ 12 एकड़ जमीन है, वह भी यदि 6-6 एकड़ में वंदे मातरम कॉलेज के नाम पर बांट देंगे तो यहां के बच्चे कहां जाएंगे। उधर इस मामले में मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि कॉलेज चेयरमैन दयाल सिंह कॉलेज परिषर में ही वंदे मातरम कॉलेज का निर्माण कराना चाहते थे लेकिन उन्होंने ऐसा होने नहीं दिया। इसलिए उन्होंने जानबूझकर कॉलेज के प्रिंसिपल बक्शी को पहले गलत तरीके से निलंबित किया फिर उनके ऑफिस को सील करने के बाद आज उनके प्रवेश पर ही रोक लगा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि अमिताभ सिन्हा कॉलेज गवर्निंग बॉडी, डीयू के नियमों यहां तक की यूजीसी के नियमों को भी दरकिनार कर अपने नियम चला रहे हैं। हमने एमएचआरडी मंत्रालय को पत्र लिखा है कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर छात्रों के हित में कदम उठाएं।