Edited By Riya bawa,Updated: 01 Jul, 2020 04:05 PM
हर कोई व्यक्ति चाहता है परीक्षा में सफलता मिले लेकिन कामयाबी तो उसी को मिलती है जो इस राह में आने वाली चुनौतियों से हार नहीं मानता बल्कि इनसे लड़कर अपना रास्ता बना लेता है। ऐसा ही कर दिखाया है केरल के नेत्रहीन छात्र हारून टी के...
नई दिल्ली: हर कोई व्यक्ति चाहता है परीक्षा में सफलता मिले लेकिन कामयाबी तो उसी को मिलती है जो इस राह में आने वाली चुनौतियों से हार नहीं मानता बल्कि इनसे लड़कर अपना रास्ता बना लेता है। ऐसा ही कर दिखाया है केरल के नेत्रहीन छात्र हारून टी के ने। बता दें कि हारून देख नहीं सकते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा कर दिखाया जिसका सपना आंखों से सक्षम लोग भी देखते हैं।
केरल बोर्ड ने SSLC 10वीं कक्षा के नतीजे 30 जून 2020 को घोषित कर दिए थे। बता दें कि केरल के नेत्रहीन छात्र हारून टी के ने SSLC एग्जाम्स में सभी सब्जेक्ट्स में A plus ग्रेड हासिल की है। हारून ऐसे पहले नेत्रहीन छात्र हैं जिसने सभी सब्जेक्ट्स में A plus ग्रेड पाई और SSLC एग्जाम्स conventional scribe system के बजाय कम्पयूटर के जरिए दिए। राज्य के एजुकेशन मिनिस्टर सी रविनद्रनाथ ने स्पेशल ऑर्डर जारी कर उन्हें कंप्यूटर के जरिए एग्जाम देने की इजाजत दी थी।
मीडिया से बातचीत में हारून ने कहा, अगर वे conventional scribe system के जरिए एग्जाम देते और तब भी A plus ग्रेड पाते तो क्रेडिट scribe को जाता और उनकी मेहनत को कम आंका जाता।