Edited By Sonia Goswami,Updated: 14 Jul, 2018 11:08 AM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तकनीकी शिक्षण संस्थानों को देश के विकास के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने और अपने अनुभवों को साझा करने तथा एक दूसरे से सीखने का आह्वान किया है।
नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तकनीकी शिक्षण संस्थानों को देश के विकास के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करने और अपने अनुभवों को साझा करने तथा एक दूसरे से सीखने का आह्वान किया है। श्री कोविंद ने देश के 19 केन्द्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों एवं प्रमुखों के साथ बैठक में यह आह्वान किया। इनमें कृषि औषधि विमानन, फुटवियर पैट्रोलियम तथा समुद्र अध्यन से जुड़े विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह देश के 146 उच्च शिक्षण संस्थानों एवं केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के कुलाध्यक्ष हैं और उन्हें बताया गया कि साल में एक बार इन संस्थानों के साथ राष्ट्रपति की बैठक की परम्परा है। इस सम्बन्ध में वह तीन बार बैठक कर चुके है और इस कड़ी में वह इस बार 19 तकनीकी उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ बैठक कर रहे है जो अपने-अपने क्षेत्र के प्रमुख संस्थान हैं।
उन्होंने कहा कि इस बैठक में वह कृषि औषधि पेट्रोलियम ऊर्जा, उड्डयन फुटवियर तथा समुद्र अध्ययन से जुड़े शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के साथ संवाद कर रहे है जो नौ मंत्रालयों के अंतर्गत आते है, देश के विकास के लिए और आर्थिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए इन संस्थानों के बीच आपसी भागेदारी की जरुरत है क्योंकि देश को 2025 तक अपना सकल घरेलू उत्पाद पांच लाख डॉलर तक पहुंचाना है, इसलिए सभी संस्थानों को इसमें विशेषकर युवा वर्ग को अपनी भूमिका निभानी है।
श्री कोविंद ने औषधि से जुड़े सात विश्वविद्यालयों से टी बी एवं जीवन शैली से जुड़े अन्य रोग से निबटने के लिए शोध कार्यों को बढ़ावा पर जोर देने को कहा जबकि कृषि से जुड़े तीन विश्वविद्यालयों से किसानों का जीवन स्तर सुधरने पर बल दिया। उन्होंने शेष अन्य विश्वविद्यालयों को भी अपने-अपने क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के सुझाव दिए। इन उच्च शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय कृषि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय औषधि शिक्षा एवं अनुसन्धान विश्वविद्यालय भारतीय पेट्रोलियम एवं ऊर्जा संस्थान, फुटवियर डिजाइन संस्थान, राष्ट्रीय समुद्री विज्ञान संस्थान, नालंदा विश्वविद्यालय आदि शामिल थे।