Edited By Riya bawa,Updated: 23 May, 2019 10:41 AM
दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध...
नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में शनिवार 25 मई को इस शैक्षिक सत्र का अंतिम दिन है। इसके बाद आगामी शैक्षिक सत्र 22 जुलाई से शुरू होगा। 25 मई से 21 जुलाई तक सेशन ब्रेक के कारण कक्षाएं स्थगित हैं वहीं दूसरी ओर 4500 तदर्थ शिक्षकों को दिया जाने वाले नियुक्ति पत्र का समय भी 25 मई को समाप्त हो गया है।
अब एडहॉक शिक्षकों को सेशन ब्रेक के बाद ही नए शैक्षिक सत्र में 22 जुलाई को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा स्वर्ण जाति के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण दिए जाने से 22 जुलाई से शुरू हो रहे सत्र में एडहॉक शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन से रिकास्ट रोस्टर पास होकर नहीं आया है जिसके कारण ईडब्ल्यूएस आरक्षण की नियुक्ति रुक सकती है। जबकि दिल्ली सरकार के 28 कॉलेजों की प्रबंध समिति का कार्यकाल 7 मार्च को समाप्त हो चुका है लेकिन अभी तक न तो दिल्ली सरकार से इसे एक्सटेंशन देने संबंधी कोई पत्र डीयू को भेजा गया है और न ही डीयू की ओर से कॉलेजों में ट्रेंकेटिड गवर्निंग बॉडी बनाने संबंधी सर्कुलर जारी किया है जिससे ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। ट्रेंकेटिड गवर्निंग बॉडी के लिए विश्वविद्यालय द्वारा दो प्रोफेसरों के नाम भी कॉलेजों को नहीं भेजे गए हैं जिससे बहुत से कॉलेजों में अभी तक ट्रेंकेटिड गवर्निंग बॉडी नहीं बनी है।
एडहॉक शिक्षकों को परीक्षा मूल्यांकन के दिए जाते हैं अतिरिक्त पैसे
डीयू पूर्व एसी सदस्य प्रो.हंसराज सुमन का कहना है कि 25 मई को एडहॉक शिक्षकों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है लेकिन प्रत्येक कॉलेज इन एडहॉक शिक्षकों से एडमिशन करना, परीक्षा कराना, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करना, एडमिशन में ड्यूटी करना के अलावा कॉलेजों में होने वाले सभी कार्यों में एडहॉक शिक्षकों की मदद ली जाती है, सेशन ब्रेक के बाद 22 जुलाई को अपॉइंटमेंट्स के बाद उन्हें समर सैलरी दी जाती है यह सेलरी उन्हें लगभग तीन महीने की होती है। उनके अच्छे कार्यों को देखकर ही कॉलेज उन्हें स्थायी करते हैं। 25 मई के बाद परीक्षा मूल्यांकन में अतिरिक्त पैसे दिए जाते हैं।