Edited By Riya bawa,Updated: 02 Jun, 2020 09:58 AM
देशभर में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण अब लॉक डाउन की मियाद बढ़ा दी गई है। ऐसे में सरकार की ओर से कुछ चीज़ों पर छूट दी गई है। लेकिन स्कूल कॉलेज खुलने को लेकर अभी कोई भी फैसला न...
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के मामले बढ़ने के कारण अब लॉक डाउन की मियाद बढ़ा दी गई है। ऐसे में सरकार की ओर से कुछ चीज़ों पर छूट दी गई है। लेकिन स्कूल कॉलेज खुलने को लेकर अभी कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। सूत्रों के मुताबिक पता चल था कि स्कूल जुलाई में खोलेंगे हालांकि पेरेंट्स स्कूल खोलने की योजना को लेकर विरोध कर रहे है। सरकार की ओर से धीरे धीरे तीन चरणों में लॉकडाउन खत्म करने की भी सरकार की योजना हैं।
क्या जुलाई में स्कूल खोलगे या नहीं
इन सबके बीच माता-पिता की नज़र इस बात पर है कि क्या सरकार स्कूल खोलेगी या नहीं. ज़ाहिर है सरकार भी बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है इसीलिए सरकार ने घोषणा की कि जुलाई में राज्य सरकार माता-पिता और शैक्षणिक संस्थानों से सलाह मशविरा करके स्कूलों को खोल सकती है।
माता-पिता कर रहे हैं विरोध
एक रिपोर्ट के मुताबिक माता-पिता ही नहीं चाहते कि स्कूल खुलें. दरअसल, एक ऑनलाइन पोर्टल change.org द्वारा करवाए गए सर्वे में अब तक लाखों मां-बाप और अभिभावकों ने साइन करके स्कूलों को खोले जाने के खिलाफ वोटिंग की है। ऐसे में लगता है कि अगर जुलाई में सरकार बच्चों के माता-पिता से सलाह करती है तो उसे स्कूल खोलने को लेकर निराश होना पड़ सकता है।
माता-पिता के कमेंट
इस पोर्टल के माध्यम से माता-पिता कहना चाह रहे हैं कि जब तक कोई वैक्सीन कोविड-19 के लिए विकसित नहीं कर ली जाती है तब तक बच्चों का स्कूल न खोला जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि स्कूलों को खोलना आग से खेलने जैसा है जबकि हम इस बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। जब स्कूलों का कहना है कि वे बेहतरीन ऑनलाइन क्लासेज उपलब्ध करा रहे हैं तो फिर स्कूल खोलने की क्या जरूरत है. इस एकेडमिक सेशन को ऑनलाइन ही क्यों नहीं पढ़ाया जा सकता।