Edited By pooja,Updated: 07 Aug, 2018 03:39 PM
इस बार परीक्षा आईआईटी, एनआईटी में एडमिशन के लिए आवश्यक जेईई एडवांस और मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए आवश्यक नीट का आयोजन साल में दो बार होगा।
नई दिल्ली इस बार परीक्षा आईआईटी, एनआईटी में एडमिशन के लिए आवश्यक जेईई एडवांस और मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए आवश्यक नीट का आयोजन साल में दो बार होगा।
इसके साथ ही कई नियमों में बदलाव किया जा रहा है। आइए जानते हैं इन क्या क्या बदलाव हुए हैं।
- इस बार जेईई और नीट का आयोजन सीबीएसई की ओर से नहीं किया जाएगा, बल्कि इस बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
-हर परीक्षार्थी को अलग पेपर दिया जाएगा। यह पेपर एक सिस्टम द्वारा डिजाइन किए जाएंगे, जिससे सभी उम्मीदवारों को अलग-अलग पेपर मिलेगा और डिफिकल्टी लेवल भी सभी पेपर का समान होगा।
-हालांकि जेईई मेंस का आयोजन ही एनटीए की ओर से किया जाएगा, बल्कि एडवांस का आयोजन पहले की तरह किसी एक आईआईटी को करना होगा।
-साल में दो बार होने वाली परीक्षा में उम्मीदवार दोनों परीक्षाओं में भाग ले सकते हैं और जिस परीक्षा में अंक अधिक होंगे उसे अंतिम माना जाएगा। इससे उम्मीदवारों को दो चांस मिलेंगे।
-कंप्यूटर आधारित परीक्षा होने की वजह से देश में 3000 प्रेक्टिस केंद्र भी बनाए जाएंगे, जिससे उम्मीदवार परीक्षा से पहले इसकी जानकारी ले सकेंगे। इसके लिए सरकार की ओर से मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाई जा सकती है।
-सरकार के आदेश के अनुसार नीट की परीक्षा हर साल फरवरी और मई में कराई जाएगी।
-वहीं नेट की परीक्षा दिसंबर में और जेईई (मेन्स) की परीक्षा हर साल जनवरी और अप्रैल में कराई जाएगी।