Edited By pooja,Updated: 19 Mar, 2019 10:26 AM
केंद्र सरकार राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबों में बदलाव करने जा रही है। सरकार ने एनसीईआरटी की कक्षा 9 की इतिहास की किताब से
नई दिल्ली: केंद्र सरकार राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबों में बदलाव करने जा रही है। सरकार ने एनसीईआरटी की कक्षा 9 की इतिहास की किताब से जातिगत संघर्ष से जुड़े कुछ पाठ हटाने का फैसला किया है। सरकार की ओर से यह फैसला सेलेबेस को तार्किक आधार पर सही बनाने की कवायद में लिया है। इससे पहले केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सेलेबस से छात्रों से बोझ घटाने के लिए पहल शुरू की थी।
पहला पाठ
किताबों से जातिगत संघर्ष वाले पाठ हटाने को लेकर एनसीईआरटी के अधिकारियों ने कहा कि जिन पाठों को हटाया जाना है, उनमें से एक पोशाक के बारे में है। इस पाठ में बताया गया है कि कैसे सामाजिक आंदोलन हमारे पहनावे को प्रभावित करते हैं। इसलिए इसे किताबों से हटाने का फैसला किया गया है।
दूसरा पाठ
वहीं दूसरे पाठ में भारत में क्रिकेट के इतिहास और जाति, धर्म और समुदाय की राजनीति को लेकर जानकारी दी गई है। सरकार ने अब इन विषयों पर जानकारी हटाने का फैसला किया है।
तीसरा पाठ
तीसरा पाठ पूंजीवाद की वृद्धि और कैसे उपनिवेशवाद ने किसानों की जिंदगी बदल दी इस पर केंद्रित है। इसलिए इसे भी किताबों से जल्द हटा लिया जाएगा। गौरतलब है कि सीबीएसई ने 2016 में उससे संबद्ध सभी स्कूलों को एक परिपत्र जारी कर बताया कि उसने अपने पाठ्यक्रम से ‘जातिगत संघर्ष और पोशाक परिवर्तन’ खंड को हटा दिया है और 2017 में इस खंड से कोई सवाल नहीं पूछे जाने चाहिए।