Edited By bharti,Updated: 06 May, 2019 01:27 PM
मेडिकल और डेंटल के स्नातक कोर्स में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) का रविवार को ...
नई दिल्ली: मेडिकल और डेंटल के स्नातक कोर्स में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) का रविवार को देशभर के 154 परीक्षा केंद्रों पर आयोजन किया गया जिसमे करीब 15 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक नीट परीक्षा ली गई जिसके लिए अभ्यर्थियों को 12 बजे ही सेंटर बुलाया गया था।
बायोलॉजी का सेक्शन सरल
दिल्ली में मुंडका स्थित एक परीक्षा केंद्र से बाहर निकले अभ्यर्थी ने बताया कि फिजिक्स और केमिस्ट्री के सेक्शन जितना सोचा था उससे कहीं ज्यादा कठिन थे। लेकिन बायोलॉजी का सेक्शन सरल था। छात्र ने कहा कि अधिक से अधिक सवाल आए तो एनसीईआरटी बुक से ही थे लेकिन जटिलता का स्तर थोड़ा कठिन था।
कटऑफ 2018 की तरह आने का अनुमान
नीट की तैयारी करा रहे एक शिक्षक ने बताया कि जिन छात्रों ने तैयारी ठीक से नहीं की होगी उनके लिए फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन कठिन रहे हैं। उन्होंने कट ऑफ के सवाल पर कहा कि कट ऑफ बीते वर्ष 2018 के भांति ही तय की जाएगी। देश में सरकारी, प्राइवेट, डीम्ड और सेंट्रल यूनिवर्सिटी के स्कूलों में एमबीबीएस की 66 हजार 771 और बीडीएस की 27148 सीटों पर दाखिले के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इसके अलावा कर्नाटक में नीट परीक्षा देने के लिए हम्पी एक्सप्रेस ट्रेन से जा रहे 500 अभ्यर्थी भी ट्रेन के 1 घंटा लेट हो जाने के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सके।
पिछले साल से 14.4 फीसदी अधिक आवेदन
इस बार नीट परीक्षा के लिए तकरीबन 15 लाख 19 हजार छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है जो कि बीते साल आए कुल आवेदनों में 14.4 फीसद अधिक हैं। बता दें कि देश में सिर्फ भुवनेश्वर में फेनी के कारण नीट परीक्षा आयोजित नहीं की गई। लोकसभा चुनाव को देखते हुए अंतिम समय में कुछ राज्यों के परीक्षा केंद्रों में बदलाव भी किए गए थे।
10 मिनट तो आंसर शीट भरने में निकले
इसी परीक्षा केंद्र के एक अन्य छात्र ने कहा कि न्यूमेरिकल सेक्शन बहुत कठिन लगा हमें। इसके अलावा छात्र ने शिकायत करते हुए कहा कि जब तक हमें आंसर शीट दी गई 2 बज चुके थे और 10 मिंनट तो आंसर शीट को भरने में ही निकल गए। अगर 2 बजे से पहले 1.50 बजे आंसर शीट दी जाती तो 10 मिनट और बच सकते थे।