Edited By bharti,Updated: 07 Jan, 2019 12:03 PM
6 जनवरी को ली गई नीट यूजी परीक्षा में जम्मी कश्मीर ने स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है। ''नेशनल बोर्ड ऑफ ...
नई दिल्ली : 6 जनवरी को ली गई नीट यूजी परीक्षा में जम्मी कश्मीर ने स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है। 'नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन' ने उन स्टूडेंट्स के लिए फिर से परीक्षा लेने की योजना बनाई है जो बिगड़े मौसम और बर्फबारी के कारण NEET PG-2019 परीक्षा में भाग नहीं ले पाएं थे। गौरतलब है कि 6 जनवरी को देश भर में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट पीजी-2019) का आयजेन किया गया था।
इसके लिए देश बर में करीब 165 परीक्षा केंद्र बनाएं गए थे । इस परीक्षा में करीब एक लाख 48 हजार परीक्षार्थियों ने हिस्सा लिया था। जम्मू और कश्मीर सरकार के अनुरोध के बाद बोर्ड ने यह निर्णय लिया, क्योंकि घाटी के उम्मीदवार सड़क और हवाई मार्ग रुकने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सके थे। वहीं जो उम्मीदवार परीक्षा नहीं दे पाए हैं, वह लगातार नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) और BoPEE वेबसाइट देखते रहे। वहीं दोबारा आयोजित होने वाली परीक्षा में जम्मु- कश्मीर घाटी के उम्मीदवार ही बैठ सकते हैं, अन्य किसी राज्य के उम्मीदवारों को इसकी अनुमति नहीं है।
भारी बर्फबारी चलते श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करने और श्रीनगर हवाई अड्डे पर उड़ानों को रद्द करने के कारण घाटी के बाहर बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर उम्मीदवार पहुंच नहीं सके थे। जिसके बाद नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBE) की सिफारिश पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के शीर्ष अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के लिए अलग से परीक्षा दोबारा आयोजित कराने का फैसला लिया। हालांकि अभी इस बारे में नहीं बताया गया है कि परीक्षा कब आयोजित की जाएगी। वहीं इससे पहले राज्य सरकार के अनुरोध पर नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन ने कुछ 25 उम्मीदवारों के परीक्षा केंद्र को 5 जनवरी की देर शाम श्रीनगर में बदल दिया था, जिससे वह सभी उम्मीदवार श्रीनगर में ही परीक्षा में उपस्थित हो सके।