Edited By pooja,Updated: 04 May, 2018 10:08 AM
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अनिवार्य नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट)के सिलेबस और परीक्षा के समय में बदलाव किया है।
नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए अनिवार्य नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट)के सिलेबस और परीक्षा के समय में बदलाव किया है। इसके तहत 8 जुलाई को होने वाली परीक्षा में पहली बार यूजीसी नेट का नया पैटर्न लागू होगा।
हर साल जनवरी और जुलाई में होने वाली यूजीसी नेट में ट्राईसिटी से करीब 10 हजार और देश भर से 6 लाख स्टूडेंट बैठते हैं। यूजीसी नेट परीक्षा में लड़कियों का ही दबदबा रहता है। जूनियर रिसर्च फैलो (जेआरएफ ) के लिए पहली बार आयु सीमा को दो साल बढ़ा दिया है। स्टूडेंट्स 28 की जगह 30 साल की उम्र तक जेआरएफ नेट परीक्षा के लिए योग्य होंगे। पोस्ट ग्रेजुएट में 55 फीसद अंक पाने वाले ही यूजीसी नेट और जेआरएफ में बैठ सकते हैं।
यूजीसी नेट में पहले तीन पेपर होते थे। अब विद्यार्थियों को सिर्फ दो पेपर देने होंगे। परीक्षा में सवालों की संख्या भी कम कर दी गई है। पहले तीनों पेपर में 175 सवाल पूछे जाते थे, जिन्हें कम कर अब 150 कर दिया गया है। पहले पेपर में 50 आब्जेक्टिव प्रश्न होंगे।