Edited By Riya bawa,Updated: 18 Jul, 2019 01:29 PM
शिक्षा की महत्ता को समझते हुए नई शिक्षा नीति
नई दिल्ली: शिक्षा की महत्ता को समझते हुए नई शिक्षा नीति में बहुत से नए बदलाव किए गए है। इस नई शिक्षा नीति के तहत 3, 5वीं और 8वीं क्लास के बच्चों को भी बोर्ड परीक्षा देनी होगी। ऐसा माना गया है कि स्कूली शिक्षा के दौरान सिर्फ 10वीं और 12वीं में दो बार बोर्ड परीक्षा से बच्चों पर दबाव होता है। इसी दवाब के चलते कोचिंग को तेजी से बढ़ावा मिला है।
इस नीति के चलते अब से साल में दो बार बोर्ड एग्जाम होंगे। बोर्ड के एग्जाम में कोचिंग को बढ़ावा इसलिए मिला है क्योंकि क्योंकि बच्चे बोर्ड परीक्षा के लिए तनाव महसूस करते हैं, उन पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव रहता है।
-बोर्ड परीक्षाओं के कारण बच्चे विषयों को अच्छी तरह समझने की वजाय नंबर लाने की तरफ ज्यादा ध्यान देते है। इससे बच्चों की पढ़ाई के अलावा बाकी जरूरी चीजों में कमी आती है।
-इस नई नीति में हुए बदलाव की वजह से बच्चे में रटने की नहीं, सीखने की क्षमता ज्यादा आएगी। यह बदलाव CBSE की ओर से 2020 की बोर्ड परीक्षा में हो सकते है। नई शिक्षा नीति में साल में दो बार बोर्ड परीक्षा करवाने का भी प्रस्ताव है।