Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jan, 2018 05:47 PM
आज के समय में हर कोई अपने करियर को लेकर बहुत सजग हो गया है। हर कोई चाहता है कि वह अपने...
नई दिल्ली : आज के समय में हर कोई अपने करियर को लेकर बहुत सजग हो गया है। हर कोई चाहता है कि वह अपने करियर में आगे बढ़े और अपनी जिंदगी आराम से बिताएं। कई बार एक ही जगह काम करते रहने से आपका काम में मन नहीं लगता है और करियर में एक ठहराव सा लगने लगता है और बढ़ते कंपीटिशन के दौर में दौर में नौकरी पाना भी कठिन होता जा रहा है, लेकिन कई बार जॉब अॉफर होते हुए भी यह समझ ही नहीं आता कि 'हां' कहें या 'न'। किसी जॉब ऑफर पर गौर करते समय जहां तक सैलरी एक अहम चीज होती है, वहीं कुछ और चीजें भी जरूरी होती हैं। ताकि आगे चलकर आपको कोई परेशानी ना हो
जॉब रोल
यह चेक करें कि जो जॉब रेल आपको ऑफर किया जा रहा है, वह दिलचस्प और बिजनस के लिए अहम है या नहीं। अगर यह दोनों है तो आपके लिए अच्छा है । जितना अहम रोल होगा, बुरे समय में नौकरी से निकाले जाने का चांस उतना कम होगा।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
ऐसी कंपनी में काम करना आपके हित में नहीं होगा जिसकी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। अगर आप वहां काम करेंगे तो बाद में परेशानी का सामना करना पड़ेगा और तब नौकरी खोजने में और परेशानी होगी।
ब्रैंड वैल्यू
आपका भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी कंपनी की इंडस्ट्री में क्या ब्रैंड वैल्यू है। जिस कंपनी की ऐवरेज मार्केट वैल्यू से कम ब्रैंड वैल्यू होगी, उससे निकलने के बाद आप बड़ी ब्रैंड वैल्यू वाली कंपनी में जाने में दिक्कत महसूस करेंगे।
वर्क कल्चर और इंवाइरनमेंट
सिर्फ सैलरी ही नहीं बल्कि वर्क कल्चर और इंवाइरनमेंट की भी उतनी ही अहमियत है। सैलरी ज्यादा भी हो और अगर वर्क कल्चर सही नहीं हुआ तो वहां आपके लिए खुद को एजस्ट करने में काफी दिक्कत होगी।
सैलरी, डेजिनेशन और अन्य लाभ
आपको अपने मौजूदा सैलरी पैकेज का 25-50 फीसदी हाइक मिले तो सही है। अगर आपका नया सैलरी स्ट्रक्चर टैक्स बचाने में सहायक है तो ज्यादा अच्छी बात है।
वर्क लाइफ में बैलेंस
काम और जीवन के बीच संतुलन जरूरी है। अगर आपको जीवन सही से जीने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है या आपकी रूटीन बहुत गड़बड़ है तो यह भी आपके लिए सही नहीं है।
मौजूदा टीम/बॉस
पता करें कि वहां की मौजूदा टीम कैसी और टीम लीडर कैसा है। टीम अगर सहयोगी है तो बहुत अच्छी बात है नहीं तो आपके लिए परेशानी पैदा हो सकती है। बॉस का मिजाज अच्छा होना भी जरूरी है।वर्ना आप कभी सही तरीके से काम नहीं कर पाएंगे।
कंपनी की ग्रोथ
इंटरव्यूअर से सीधे कंपनी की ग्रोथ से जुड़ा सवाल पूछे। एंप्लॉयी साइज, रेवन्यू/टर्नओवर/प्रॉफिट में बढ़ोतरी से ग्रोथ का अंदाजा लगाया जा सकता है। एंप्लॉयी के नौकरी छोड़ने की दर के बारे में भी पता लगाना जरूरी है। अगर कंपनी अच्छी होगी तो एंप्लॉयी की नौकरी छोड़ने की दर बहुत कम होगी।
लर्निंग और ग्रोथ के मौके
आपको कुछ नया सीखने का जितना मौका मिलेगा, उतना ही आपकी ग्रोथ के चांस बढ़ेंगे।