Edited By pooja,Updated: 29 Nov, 2018 12:38 PM
पंजाब में अब कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। शिक्षा विभाग ने शिक्षा हासिल न करने वाले और बीच में पढ़ाई छोडऩे वाले 6 से 14 वर्ष के बच्चों को शिक्षित करने का फैसला लिया है।
अमृतसर (दलजीत): पंजाब में अब कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा। शिक्षा विभाग ने शिक्षा हासिल न करने वाले और बीच में पढ़ाई छोडऩे वाले 6 से 14 वर्ष के बच्चों को शिक्षित करने का फैसला लिया है। विभाग ने इस संबंधी 14 दिसंबर तक एक विशेष सर्वेक्षण करवाकर राज्य के जिला शिक्षा अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए हैं। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद रिपोर्ट में दायर बच्चे को शिक्षित करने के लिए विभाग द्वारा विशेष प्रयास किए जाएंगे।
शिक्षा विभाग के ध्यान में आया था कि सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देने के बाद भी राज्य में कई बच्चे ऐसे हैं जो शिक्षा हासिल नहीं कर रहे हैं और मजबूरियों के कारण बीच में पढ़ाई छोड़ गए हैं। विभाग द्वारा करवाए जा रहे सर्वेक्षण के अंतर्गत सरकारी स्कूलों में तैनात ए.आई.ई.ई. व एस.टी.आर. अपने-अपने जिलों की संबंधित आबादियों में दौरा कर ऐसे बच्चों की सूची तैयार करेंगे। इसके अलावा बीच में पढ़ाई छोडऩे वाले बच्चों के अभिभावकों को भरोसे में लेकर दोबारा बच्चों की पढ़ाई शुरू करवाने के लिए प्रयास शुरू करेंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि गांवों, झोंपडिय़ों, बस्तियों, रेलवे स्टेशनों के नजदीक, भट्ठों आदि स्थानों के अलावा प्रवासी भाईचारे के बच्चों का भी ब्यौरा इकट्ठा किया जाना है।
सरकार का मकसद है कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत चलाई जा रही स्कीमों का जरूरतमंद बच्चों को अधिक से अधिक फायदा पहुंचाया जाए और राज्य से अनपढ़ता का अंधेरा मिटा कर बच्चों को शिक्षित किया जाए।