Edited By bharti,Updated: 01 May, 2019 12:49 PM
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में गत सप्ताह से कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए लायजन ऑफिसर यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि ...
नई दिल्ली(ब्यूरो): दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में गत सप्ताह से कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए लायजन ऑफिसर यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि रोस्टर रिकास्ट किस तिथि से बनाएं। प्रिंसिपल भी मामले में उझले हुए हैं। यह कहना है डीयू एससी, एसटी ओबीसी टीचर्स फोरम के चेयरमैन प्रो. हंसराज सुमन का। उन्होंने बताया कि 7 मार्च 2019 को आरक्षण पर आए ऑर्डिनेन्स के कारण 13 प्वाइंट रोस्टर के स्थान पर (विभागवार) 200 प्वॉइंट पोस्ट बेस रोस्टर, कॉलेज को एक यूनिट मानकर रोस्टर रिकास्ट करना था। लेकिन डीयू तीन सप्ताह तक रोस्टर को लेकर किसी तरह का कॉलेजों से पत्र व्यवहार नहीं करता।
जैसे ही सामान्य वर्गों के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग का 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू करने का सर्कुलर एमएचआरडी/ यूजीसी से आता है, डीयू 28 मार्च को सर्कुलर जारी कर रोस्टर रिकास्ट करने के लिए कॉलेजों को कहता है। सुमन का कहना है कि रोस्टर कैसे रिकास्ट होगा, किस तिथि से होगा, एससी, एसटी, ओबीसी कोटे का बैकलॉग व शॉर्टफाल कब से देना है कुछ नहीं बताया गया। प्रो. सुमन ने बताया है कि हाल ही में कॉलेजों द्वारा भेजे जा रहे रोस्टर रजिस्टर में कई विसंगतियां हैं। जहां एससी/ एसटी/ ओबीसी कोटे के बिंदुओं को छेडऩा नहीं था उसे आरक्षित श्रेणी के पदों को कम कर दिया गया है जबकि ईडब्ल्यूएस के 10 फीसदी पदों के बढऩे से अन्य पद बढऩे चाहिए थे ना कि घटने ?