Edited By Sonia Goswami,Updated: 04 Jul, 2018 10:13 AM
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि दिव्यांगजन समाज के सबसे हाशिए पर रहने वाले लोगों में शामिल हैं
नई दिल्लीः केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने कहा कि दिव्यांगजन समाज के सबसे हाशिए पर रहने वाले लोगों में शामिल हैं और शिक्षा एवं प्रशिक्षण नहीं होने के कारण इनमें से अधिकतर लोगों को रोजगार का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गहलोत ने ‘दिव्यांगजनों के लिए कौशल विकास हेतु राष्ट्रीय कार्यशाला’ के उद्घाटन के मौके पर कहा, ‘‘ दिव्यांगजन समाज में सबसे हाशिए पर रहने वाले लोगों में से एक हैं। उनमें से अधिकतर लोग शिक्षा, प्रशिक्षण नहीं हासिल कर पाते हैं जिस वजह से वे लाभकारी रोजगार से वंचित रहते हैं।’’ उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के पास अद्वितीय क्षमता है। दिव्यांगजों के लिए पाठ्यक्रम तैयार करते समय उनकी जरूरतों को ध्यान में रखने की जरूरत है।
इस मौके पर कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कौशल विकास कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने दिव्यांगजनों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए पैट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस मंत्रालय और कौशल विकास तथा उद्यमिता मंत्रालय की तरफ से पूर्ण सहायता और सहयोग देने का आश्वासन दिया। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने ‘दिव्यांगजनों के लिए कौशल विकास पर राष्ट्रीय कार्यशाला’ का आयोजन किया।