Edited By pooja,Updated: 11 Sep, 2018 11:30 AM
प्रदर्शनकारी छात्रों ने सोमवार को प्रेजिडेंसी यूनिर्विसटी के कुलपति और रजिस्ट्रार को परिसर में दाखिल होने से रोक दिया, जिसके बाद अधिकारियों को गुरूवार
कोलकाता: प्रदर्शनकारी छात्रों ने सोमवार को प्रेजिडेंसी यूनिर्विसटी के कुलपति और रजिस्ट्रार को परिसर में दाखिल होने से रोक दिया, जिसके बाद अधिकारियों को गुरूवार को होने वाले दीक्षांत-समारोह का आयोजन स्थल बदलने को मजबूर होना पड़ा। हिंदू छात्रावास में आवासीय सुविधा की मांग को लेकर तीन अगस्त से ही विश्वविद्यालय में प्रदर्शन करने के बाद छात्रों ने आज सुबह संस्थान के मुख्य द्वार को जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारी छात्रों में शामिल छात्र संगठन ‘इंडिपेंडेंट कन्सॉलिडेशन’ के सदस्य उजान ने कहा कि उसने रविवार को अन्य छात्रों के साथ हिंदू छात्रावास का मुआयना किया और पाया कि दो खंड इस्तेमाल किए जाने लायक हैं।
उजान ने कहा, ‘‘अधिकारियों का दावा है कि छात्रावास में मरम्मत का काम चल रहा है, लेकिन हमने पाया कि छह में से दो खंड इस्तेमाल किए जाने लायक हैं। कोई समाधान नहीं देखकर हमने सुबह में मुख्य द्वार जाम कर दिया। हमारी मांग है कि हमें उन दो खंडों में रहने दिया जाए।’’
रजिस्ट्रार देबज्योति कोनार के साथ मुख्य द्वार से लौटने को मजबूर हुई कुलपति अनुराधा लोहिया ने चिंता जताई कि प्रदर्शन से कल का दीक्षांत समारोह प्रभावित हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ ही छात्र ऐसी गतिविधियों (प्रदर्शन) में शामिल हैं। मैं नहीं चाहती कि कल का दीक्षांत समारोह किसी तरह प्रभावित हो।’’
बहरहाल, लोहिया ने साफ किया कि वह किसी भी हालात में मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की मदद नहीं लेगी।