Edited By Sonia Goswami,Updated: 28 Jun, 2018 02:57 PM
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को अपने दो दिवसीय दौरे में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगर कानपुर पहुंचे। वायुसेना के विशेष हवाई विमान से चकेरी हवाई अड्डे पर पहुंचे राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना मौजूद थे।
कानपुरः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को अपने दो दिवसीय दौरे में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक नगर कानपुर पहुंचे। वायुसेना के विशेष हवाई विमान से चकेरी हवाई अड्डे पर पहुंचे राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना मौजूद थे। श्री कोविंद के साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद और बेटे प्रशांत भी आए हैं। हवाई अड्डे से राष्ट्रपति भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आई.आई.टी. के दीक्षांत समारोह के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने आईआईटी के 51वें दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने पांच मेधावियों को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया।
आईआईटी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति के सामने 993 छात्र छात्राओं को डिग्री दी गई। इस दौरान राष्ट्रपति ने छात्र छात्राओं को सफल होने के लिए चार मूलमंत्रों के बारे में भी जानकारी दी। आईआईटी के कार्यक्रम में राष्ट्रपति लगभग डेढ़ घंटे मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि सफलता केवल डिग्री लेने से पूरी नहीं हो जाती। हमारी सामाजिक जिम्मेदारियां भी हैं। पढ़ाई पूरी करने के बाद अब वे गृहस्थ जीवन के साथ सामाजिक जीवन में प्रवेश कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने युवा पीढ़ी को सलाह दी कि समाज के प्रति संवेदनशील बने। पैसा, नाम, शोहरत तो मिलेगा ही। सामाजिक जिम्मेदारियां न भूलें, सफलता सही मायने में तभी खरी मानी जाएगी जब वे अच्छा इनसान बनेंगे।
कौन से है चार मंत्र
राष्ट्रपति ने कहा कि सफलता के साथ ही अच्छा इंसान बनना भी बेहद जरूरी है। इसके लिए चार मंत्र होने चाहिए। किसी से प्रेरित होना, बढ़ा सोचना, जीवन को अनुशासित करना, अभिमान रहित होना। राष्ट्रपति ने कहा कि जो इन चार मंत्रों को जीवन में उतार ले उसकी सफलता में कोई बाधा पैदा नहीं हो सकती।
मंच पर राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, आईआईटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के चेयरमैन आरसी भार्गव, आईआईटी डायरेक्टर अभय करिंद्रिकर और डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सचिव प्रोफेसर अशुतोष शर्मा मौजूद रहे।