Edited By pooja,Updated: 07 Jun, 2018 12:28 PM
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की शुरूआत हंगामे के साथ हुई। ‘आप’ के विधायकों ने सदन में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को 12वीं के रिजल्ट के लिए बधाई देनी चाही तो विपक्ष के नेता ने 10वीं कक्षा में फेल बच्चों पर सवाल दागे।
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की शुरूआत हंगामे के साथ हुई। ‘आप’ के विधायकों ने सदन में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को 12वीं के रिजल्ट के लिए बधाई देनी चाही तो विपक्ष के नेता ने 10वीं कक्षा में फेल बच्चों पर सवाल दागे।
सिसोदिया ने पूरे मामले में सदन के भीतर जवाब भी दिया। सदन में जवाब देते हुए मनीष सिसोदिया ने बताया कि 3 साल पहले सरकारी स्कूलों की हालत काफी खराब थी। लेकिन आज 10वीं के रिजल्ट पर कंफ्यूजन पैदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद नो डिटेंशन पॉलिसी से हटाकर बोर्ड परीक्षा हुई है। 8वीं तक बच्चे फेल नहीं हो रहे थे। पास होने वाले बच्चों का आंकड़ा 30 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी तक पहुंचा है।
विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने इस बीच प्राइवेट स्कूलों द्वारा बढ़ी फीस अभिभावकों को लौटाने की जानकारी मांगी। इस पर शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि 106 करोड़ रूपए प्राइवेट स्कूलों ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमा किया है और 68 करोड़ रूपए पैरेंट्स को लौटाए गए हैं।