Edited By pooja,Updated: 25 Feb, 2019 12:49 PM
शहरी क्षेत्रों के वंचित बच्चों को स्कूलों तक पहुंच सुनिश्चित करने और शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के तहत उनका दाखिला करने उद्देश्य से पीवीआर नेस्ट ने ‘प्रोजेक्ट एकलव्य’ अभियान शुरू किया है
नई दिल्ली : शहरी क्षेत्रों के वंचित बच्चों को स्कूलों तक पहुंच सुनिश्चित करने और शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के तहत उनका दाखिला करने उद्देश्य से पीवीआर नेस्ट ने ‘प्रोजेक्ट एकलव्य’ अभियान शुरू किया है जिसमें अगले शिक्षा सत्र में 70 हजार बच्चों का नामांकन कराने का लक्ष्य रखा गया है। मल्टी स्क्रीन थियेटर संचालित करने वाली देश की प्रमुख कंपनी पीवीआर लिमिटेड के जन कल्याणकारी संगठन पीवीआर नेस्ट ने गैर सरकारी संगठन इंडस एक्शन के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है।
‘प्रोजेक्ट एकलव्य’ अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाने का अभियान है। तकनीक आधारित यह अभियान एक ऐप के माध्यम से देश के बच्चों के लिए वैधानिक अधिकार लेने को आसान कर उन्हें बराबरी का अवसर प्रदान करेगा। यह अभियान पीवीआर सिनेमा के कर्मचारियों के स्वैच्छिक योगदान को भी बढ़ावा देता है। पीवीआर के सीएसआर की वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपा मेनन ने यहां यह घोषणा करते हुये कहा कि इसको लेकर वर्ष 2016- 18 के दौरान पायलट कार्यक्रम संचालित किये गये। इस दौरान 53810 कॉल किए गए , 33289 परिवारों ने जानकारी के लिए संपर्क किया, 11209 आवेदन किये गये और 75 लोगों को शिक्षा सहयोगी का रोजगार देकर महिला सशक्तिकरण किया गया। 359 आवेदन सीधे पीवीआर नेस्ट के चाइल्डस्केप सेंटरों में भरे गए।
16 राज्यों के 1.6 लाख परिवारों से संपर्क किया गया और 4356 बच्चों को उनकी पसंद के निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया। उन्होंने कहा कि पायलट को मिली सफलता को देखते हुये अब कार्यक्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है और अब उनके संगठन का कार्य क्षेत्र छह राज्यों दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु हो गया। वर्ष 2019-20 शैक्षिक सत्र में 70 हजार छात्रों को आरटीई के तहत दाखिला दिखने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही 150 कुशल और अद्र्ध कौशल युवाओं का प्रशिक्षण प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट एकलव्य का उद्देश्य आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के माध्यम से देश की तरक्की में तेजी लाना है। यह समानता, सामाजिक न्याय, प्रजातंत्र जैसे बुनियादी मूल्यों पर कार्यरत है। एकलव्य का लक्ष्य न्याय और मानवीय समाज का निर्माण करना है और इसके लिए जरूरी है कि सभी को बुनियादी आरंभिक शिक्षा सुनिश्चित किया जाए। पीवीआर नेस्ट ने आरटीई को केंद्र बिन्दु बना कर सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के मकसद से कार्मिकों के लिए स्वैच्छिक कार्यक्रम आरंभ किया है ताकि सभी की सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित हो।