Edited By Sonia Goswami,Updated: 07 Sep, 2018 11:52 AM
पंजाब यूनिवर्सिटी को 22 साल की कनुप्रिया के रूप में पहली महिला प्रैजीडैंट मिल गई है। इससे पहले स्टूडैंट काऊंसिल के चुनावों में प्रैजीडैंट पद पर किसी महिला ने जीत हासिल नहीं की है। स्टूडैंट्स फॉर सोसायटी (एस.एफ.एस.) की तरफ से प्रैजीडैंट पद के लिए...
चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी को 22 साल की कनुप्रिया के रूप में पहली महिला प्रैजीडैंट मिल गई है। इससे पहले स्टूडैंट काऊंसिल के चुनावों में प्रैजीडैंट पद पर किसी महिला ने जीत हासिल नहीं की है। स्टूडैंट्स फॉर सोसायटी (एस.एफ.एस.) की तरफ से प्रैजीडैंट पद के लिए चुनाव लड़ रही कनुप्रिया ने 2802 वोट हासिल किए। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ए.बी.वी.पी.) के आशीष राणा को 719 वोट से हराया।
सोई, आई.एस.ए., इनसो, हिमसु गठबंधन की तरफ से वाइस प्रैजीडैंट के उम्मीदवार दिलेर सिंह ने सर्वाधिक 3155 मत हासिल कर जीत दर्ज की। उन्होंने एन.एस.यू.आई. के प्रदीप सिंह सहारन को 928 वोट से मात दी। सैक्रेटरी पद पर इनसो गठबंधन के अमरिंद्र सिंह ने 2742 वोट पाकर जीत हासिल की। उन्होंने ए.बी.वी.पी. के अरुण को333 वोट से हराया। एन.एस.यू.आई. के विपुल अत्रे ने ज्वाइंट सैक्रेटरी पद पर 2357 वोट लेकर जीत हासिल की। विपुल ने ए.बी.वी.पी. के हेमंत अत्रे को 83 वोट से हराया। इस बार स्टूडैंट काऊंसिल चुनावों में किसी भी एक संगठन को पूरी तरह से जीत हासिल नहीं हुई बल्कि चारों पदों पर अलग-अलग संगठनों से उम्मीदवार जीते हैं जो पहली बार हुआ है। वहीं इस बार पी.यू. चुनाव में नोटा का भी स्टूडैंट्स ने जमकर इस्तेमाल किया।