Edited By Riya bawa,Updated: 29 May, 2020 04:40 PM
पंजाब यूनिवर्सिटी की ओर से सेमेस्टर एग्जाम्स कराने का फैसला ले लिया है। इस फैसले के मुताबिक यूनिवर्सिटी जुलाई में फाइनल ईयर स्टूडेंट्स की परीक्षाओं का आयोजन करने जा रही है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर डॉ. परविंदर सिंह ने जानकारी दी...
नई दिल्ली: पंजाब यूनिवर्सिटी की ओर से सेमेस्टर एग्जाम्स कराने का फैसला ले लिया है। इस फैसले के मुताबिक यूनिवर्सिटी जुलाई में फाइनल ईयर स्टूडेंट्स की परीक्षाओं का आयोजन करने जा रही है। इस संबंध में यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर डॉ. परविंदर सिंह ने जानकारी दी है। डॉ. सिंह ने बताया कि परीक्षा किस तरह कराई जाएगी, इसके लिए रोडमैप भी तैयार कर लिया गया है।
परविंदर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक परीक्षा हॉल में 15 से अधिक उम्मीदवारों और एक पर्यवेक्षक को अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि रेड ज़ोन / कंटेनर ज़ोन में रहने वाले किसी भी उम्मीदवार को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अधिकारियों ने कहा है कि ऐसे छात्रों के लिए अलग व्यवस्था की जाएगी। कोरोना वायरस के कारण बिगड़े हालात में परीक्षाएं कराए जाने के तरीके को लेकर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) का निर्धारण किया जा चुका है। इसके अनुसार -
ये है जरूरी हिदायतें
हर परीक्षा केंद्र पर एक सत्र में अधिकतम 150 स्टूडेंट्स ही परीक्षा देंगे।
परीक्षा (हर पेपर) दो घंटे की होगी।
एक कमरे में 15 स्टूडेंट्स और एक परीक्षक के अलावा किसी को प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।
रेड जोन या कंटेनमेंट जोन में रह रहे स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी। उनके लिए अलग से इंतजाम किए जाएंगे।
एग्जाम ड्यूटी में लगने वाले लोगों को संक्रमण का स्टेटस बताने के लिए आरोग्य सेतू ऐप डाउनलोड करना होगा।
सभी स्टूडेंट्स, टीचर्स समेत अन्य सभी कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा।
एग्जाम हॉल को सैनिटाइज किया जाएगा और प्रवेश करने वाले हर शख्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी।
किसी भी स्टूडेंट, टीचर या स्टाफ में अगर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, तो उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।