Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Jul, 2018 09:44 AM
भारतीय रेलवे अगले 9 महीने के भीतर विभिन्न पदों के लिए निकाले गए नौकरियों के लिए भर्ती कर देगा। इसी हिसाब से रेलवे अपनी भर्ती प्रक्रिया को तेज कर दिया है।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे अगले 9 महीने के भीतर विभिन्न पदों के लिए निकाले गए नौकरियों के लिए भर्ती कर देगा। इसी हिसाब से रेलवे अपनी भर्ती प्रक्रिया को तेज कर दिया है। अप्रैल 2019 में चूंकि देश में लोकसभा के आम चुनाव होने हैं, इसलिए मोदी सरकार भी रेलवे के इन नौकरियों के बहाने युवाओं को लुभाने का प्रयास करेगी। यही कारण है कि भारतीय रेलवे ने 1 लाख नौकरियों के लिए मांगे गए आवेदन की प्रक्रिया तेज कर दी है। हालांकि, रेलवे इस बात को खारिज करता है कि उनकी भर्ती प्रक्रिया से चुनाव का कोई मतलब नहीं है।
अब तक की तैयारियों पर यकीन करें तो कर्मचारियों की नियुक्ति अगले साल मार्च तक कर ली जाएगी। रेलवे की योजना है कि इसी साल सितंबर से नवंबर के बीच परीक्षाएं पूरी कर ली जाएंगी। उसके बाद नतीजे घोषित करके आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस बार रेलवे ने यह भी तय किया है कि वह भर्ती परीक्षा की कसौटी पर खरा उतरने वालों की एक वेटिंग लिस्ट भी बनाएगी, ताकि बाद में जरूरत हो तो वेटिंग लिस्ट वाले युवाओं को नौकरी दी जा सके।रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी के मुताबिक, रेलवे की भर्ती प्रक्रिया अपनी तय टारगेट के साथ चल रही है।
उन्होंने बताया कि लगभग एक लाख पदों पर भर्ती के लिए दो करोड़ 37 लाख आवेदन मिले हैं। अब इन आवेदनों की छंटाई की जा रही है। रेलवे ने तय किया है कि 10 जुलाई तक छंटाई की यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। उसके बाद सही मायनों में पता चलेगा कि इन पदों के लिए कितने उम्मीदवार हैं।
इसके बाद रेलवे की प्लानिंग है कि अगस्त में रोल नंबर और परीक्षा केंद्रों के चयन के बाद सितंबर से नवंबर के बीच अलग-अलग पदों के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इन परीक्षाओं के नतीजों के साथ ही योग्य उम्मीदवारों के फिजिकल और साइको टेस्ट होंगे। यह प्रक्रिया भी जनवरी तक पूरी कर ली जाएगी और फिर मार्च से नियुक्तियां शुरू हो जाएंगी।
मसलन, अगर किसी खास पद के लिए 20 हजार वीकेंसी है और योग्य पाए गए उम्मीदवारों की संख्या अधिक है, तो बचे हुए उम्मीदवारों की वेटिंग लिस्ट बना ली जाएगी। इससे अगर नियुक्ति के वक्त कुछ लोग नौकरी अस्वीकार करते हैं, तो उनकी जगह वेटिंग लिस्ट से उम्मीदवार ले लिए जाएं। इसके अलावा अगर बाद में भी कुछ वैकेंसी निकलती हैं, तो रेलवे को नए सिरे से आवेदन मंगाने या परीक्षाएं आयोजित करने की जरूरत नहीं होगी। वेटिंग लिस्ट से ही नाम लेकर उन्हें नियुक्ति के लिए बुलाया जा सकेगा।