Edited By pooja,Updated: 23 Aug, 2018 05:06 PM
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव को लेकरं ऑल इंडिया यूनिवर्सिटीज एंड कॉलेजिज एससी, एसटी, ओबीसी टीचर्स एसोसिएशन ने राजनैतिक पार्टियों
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव को लेकरं ऑल इंडिया यूनिवर्सिटीज एंड कॉलेजिज एससी, एसटी, ओबीसी टीचर्स एसोसिएशन ने राजनैतिक पार्टियों के प्रदेश अध्यक्षों को एक खुला पत्र लिखा है। जिसमें यह मांग की गई है कि सितम्बर में होने वाले छात्र चुनाव एवं कॉलेजों में होने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत सीटों पर एससी, एसटी, ओबीसी के छात्रों को प्रतिनिधित्व दिए जाएं।
एकेडमिक कांउन्सिल के मेंबर प्रो. हंसराज सुमन ने कहा कि डीयू देश का सबसे बड़ा केंद्रीय विवि है। जिसमें देशभर के छात्रों के अलावा कई देशों के छात्र पढऩे आते हैं। छात्र संघ चुनाव युवाओं को राजनीति में प्रशिक्षण देने की नर्सरी है, इसी विश्वविद्यालय से छात्र राजनीति से निकलकर राष्ट्रीय राजनीति में आज कई नेता बड़े पदों पर आसीन है।
जब सभी राजनीतिक पार्टी निगम, विधानसभा और सांसदों के चुनावों में आरक्षण दे रही है तो छात्र संघ चुनावों में आरक्षित वर्ग के छात्रों को टिकट देकर पहल क्यों न की जाए। जिसका संदेश न केवल दिल्ली की राजनीति पर पड़ता है बल्कि डूसू चुनाव में जीत का असर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पड़ता है। इसलिए सभी राजनैतिक पार्टियों से मांग है कि इस साल अपने-अपने छात्र संगठनों से 50 प्रतिशत सीटें विश्वविद्यालय और कॉलेज स्तर पर कोटे के छात्रों को दें ताकि संवैधानिक प्रक्रिया शुरू हो।