Edited By Riya bawa,Updated: 23 Sep, 2019 11:28 AM
फरवरी-मार्च 2018 में आयोजित की गई एसएससी सीजीएल...
नई दिल्ली (पुष्पेंद्र मिश्र): फरवरी-मार्च 2018 में आयोजित की गई एसएससी सीजीएल और सीएचएसएल परीक्षाएं जिनमें बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाकर देशभर से हजारों छात्रों ने फरवरी 2018 में सीजीओ कॉम्लेक्स स्थित कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के दफ्तर के सामने परीक्षाओं में धांधली की जांच की मांग पर भूख हड़ताल की थी। जिसके लिए 4 याचिकाकर्ता एसएससी पर धांधली के आरोपों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हैं।
उस मामले में एसएससी ने कम्बाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) परीक्षा 2017 के रिजल्ट की संभावित तारीख जारी कर दी है। इसके साथ ही एसएससी ने कम्बाइंड हायर सेकेंडरी (10+2) लेवल (सीएचएसएल) परीक्षा 2017 के रिजल्ट की भी संभावित तारीख जारी की है। जबकि मई 2019 के दूसरे हफ्ते में सुप्रीम कोर्ट द्वारा कहा गया है कि एसएससी सीजीएल रिजल्ट सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार जारी किया जाए। एसएससी सीजीएल का 15 नवम्बर और सीएचएसएल का 20 दिसम्बर को परिणाम एसएससी जारी कर सकती है। यह नोटिस एसएससी की वेबसाइट पर मौजूद है। इस मामले पर जब एसएससी चेयरमैन असीम खुराना से संपर्क की कोशिश की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
‘जब तक आखिरी फैसला न हो रिजल्ट तिथि देना अनुचित’
मामले पर याचिकाकर्ता शांतनू कहते हैं कि सीबीआई ने सीजीएल परीक्षा 2017 के लीक मामले में जिन 3 आरोपियों को जून में गिरफ्तार किया था उन्हें बेल पर छोड़ दिया गया है लेकिन बेल ऑर्डर में सीबीआई ने परीक्षा में धांधली की बात स्पष्ट रूप से मानी है। सीबीआई द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट में माना गया है कि सिर्फ 21 फरवरी 2018 को हुई परीक्षा ही नहीं बल्कि 17 से 22 के मध्य आयोजित हुई पूरी परीक्षा में धांधली हुई है। इस मामले पर कोर्ट द्वारा जस्टिस जेएस सिंघवी की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी की 25 को बैठक होनी है। एसएससी का अभी एग्जाम रिजल्ट की तिथि तय कर देना उचित नहीं है जबकि हम न्याय के लिए अदालत में हैं। आखिरी फैसले के बाद ही एसएससी को तिथि जारी करनी चाहिए थी।
ये था मामला
17 से 22 फरवरी 2018 में आयोजित की गई एसएससी सीजीएल परीक्षा 2017 का पेपर सोशल मीडिया पर लीक हो गया था। तकरीबन 8000 पदों के लिए आयोजित हुई इस परीक्षा में 15 लाख परीक्षार्थी बैठे थे। जिसके बाद आयोजित हुई सीएचएसएल परीक्षा 2017 में भी सेंटर के बाहर बैठकर एग्जाम हल कराए जाने का मामला सामने आया था। सीएचएसएल परीक्षा धांधली की जांच में दिल्ली पुलिस और यूपी एसटीएफ ने आरोपियों को हिरासत में लिया था। बीते वर्ष सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर कहा था कि दोनों परीक्षाओं में एग्जाम कराने वाले तंत्र में बड़े पैमाने पर खामी हैं। इस साल अप्रैल में इस मामले में केंद्र का कहना था कि दोनों परीक्षाओं में आरोपियों को पकड़ा जा चुका है इसलिए इसका रिजल्ट जारी किया जाना चाहिए। एसएससी सीजीएल मामले में सीबीआई को अनू मलिक के मुख्य सहयोगी अक्षय मलिक के खिलाफ 60 दिन में जो चार्जशीट फाइल करनी थी वो नहीं की। सीबीआई ने मुख्य आरोपी अनू मलिक को माना जिनकी अब मृत्यु हो चुकी है।