Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Mar, 2021 05:33 PM
शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने TET प्रमाणपत्र की वैधता बढ़ाने का ऐलान किया है। शिक्षा मंत्री ने बजट सत्र के 8वें दिन विधान परिषद में कहा कि कक्षा 1 से 8 तक की शिक्षक नियुक्ति से जुड़ी टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता 7 साल से बढ़ाकर आजीवन करने का निर्णय लिया...
एजुकेशन डेस्क: बिहार में शिक्षक बनने के इच्छुक युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) सात साल के लिए नहीं, बल्कि आजीवन मान्य होगी। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने TET प्रमाणपत्र की वैधता बढ़ाने का ऐलान किया है। शिक्षा मंत्री ने बजट सत्र के 8वें दिन विधान परिषद में कहा कि कक्षा 1 से 8 तक की शिक्षक नियुक्ति से जुड़ी टीईटी प्रमाणपत्र की वैधता 7 साल से बढ़ाकर आजीवन करने का निर्णय लिया है।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि बीते साल 29 अगस्त को हुई NCTE की बैठक में यह फैसला लिया गया था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 29 अक्टूबर 2020 के बाद होने वाली TET परीक्षा पास की है, सिर्फ उन्हें ही लाइफटाइम वैधता का लाभ मिलेगा। इससे पहले पास करने वाले उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल की रहेगी।
टीईटी परीक्षा के पैटर्न में बदलाव
नई शिक्षा नीति के तहत अब टीईटी परीक्षा के पैटर्न में बदलाव होने वाला है। इसके लिए नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने एक कमिटी बनाई गई है, जिसका काम 31 मार्च 2021 से पहले TET परीक्षा की रुप-रेखा तैयार करना है। NCTE ने राज्यों को पत्र भेज कर होने वाली TET परीक्षा की जानकारी मांगी है। इसके संबंध में सभी राज्यों को पत्र और फॉर्मेट भेजा गया है। राज्यों से मिलने वाली जानकारी के बाद TET का नया सिलेबस और गाइडलाइन तैयार करने के बाद TET की परीक्षा आयोजित होगी।